रोहिणी निलेकणी ‘अर्घ्यम’ की संस्थापक अध्यक्ष हैं। इसकी स्थापना उन्होंने निजी रूप से की थी। रोहिणी पत्रकार रह चुकी हैं और लेखक तथा परोपकारी महिला हैं। कई वर्षों से वे विकास के मुद्दे से गहराई से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने गैर-लाभकारी प्रकाशन संस्थान ‘प्रथम बुक्स’ की स्थापना की, ताकि बच्चों के लिए विभिन्न भारतीय भाषाओं में सस्ती और उच्च स्तरीय पुस्तकें प्रकाशित की जा सकें। वे प्रथम इंडिया एज्यूकेशन इनिशिएटिव (पीआईईआई) के निदेशक मंडल तथा संघमित्रा रूरल फाइनेंशियल सर्विसेज के मंडल में भी शामिल हैं। इसके पहले उन्होंने शहरी गरीबों के लिए माइक्रोक्रेडिट कार्यक्रम के लिए धन मुहैया कराया था। वे जुलाई 2002 से जुलाई 2008 तक अक्षर फाउंडेशन की अध्यक्ष भी रहीं, जिसका उद्देश्य है—‘हर बच्चा स्कूल जाए और अच्छी तरह से पढे़-लिखे।’