डाँ. शिवगोपाल मिश्र ( जन्म सन् 1931) विज्ञान जगत् के जाने- माने लेखक हैं । आपने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम. एस. -सी. (कृषि रसायन) तथा डी. फिल्. की उपाधिया प्राप्त करने के बाद इसी विश्वविद्यालय में 1956 से लेकर 1991 तक क्रमश : लेक्चरर, रीडर प्रोफेसर और निदेशक (शीलाधर मृदा विज्ञान -शोध संस्थान) पदों पर अध्यापन और शोधकार्य का निर्देशन किया । आपने सूक्ष्म मात्रिक तत्त्व, फास्फेट, जैव उर्वरक पादप रसायन अम्लीय मृदाएँ, भारतीय कृषि का विकास, मिट्टी का मोल जीवनोपयोगी मात्रिक तत्त्व नामक पुस्तकों का प्रणयन किया है, जिनमें से कई पुस्तकें पुरस्कृत भी हो चुकी हैं । आपने मृदा प्रदूषण, वायु प्रदूषण तथा जल प्रदूषण के विषय में अनेकानेक शोधपरक निबंध प्रकाशित किए हैं । आप प्रारंभ से ही हिंदी में रुचि होने के कारण 1952 से विज्ञान परिषद्, प्रयाग से संबद्ध रहे हैं । आपने कई वर्षों तक मासिक पत्रिका ' विज्ञान ' का संपादन किया है । आप 1958 से पत्रिका' के प्रबंध संपादक है । हिंदी की वैज्ञानिक पत्रिकाओं में आपके कई सौ लेख प्रकाशित हो चुके हैं । आपने ' भारत की संपदा ' का संपादन तथा ' रसायन विज्ञान कोश ' का लेखन किया है ।ही ' विज्ञान परिषद् अनुसंधान