Eminent Constitutional expert Shri S.K. Sharma studied Political Science and Law at Delhi University; advance course in Legislative Drafting from RIPA, London. Retired as Secretary, Lok Sabha.
Laid the foundation of Delhi's newly-created Assembly; drafted its Rules, laid down legislative procedures, framed guidelines for House, Presiding Officers, Members and Committees, imparted training and orientation to newly-elected MLAs of 1st, 2nd and 3rd Assemblies; prepared and shaped new generation of leadership in National Capital.
Twice appointed Returning Officer for Presidential Election and Election for Rajya Sabha members and designated as Appellate Authority under RTI Act by Speaker, Lok Sabha.
As Secretary to several Indian Parliamentary Delegations, visited and facilitated exchange of views with delegations of nearly two-dozen World Parliaments.
Regularly gives lectures and talks to MPs/MLAs, probationers of IAS/IPS/ DANICS etc. on Parliamentary and Constitutional matters.
On vexed issues, his opinion is often quoted with esteem and authority by Media both Print and Electronic.
He has authored 11 Books and dozens of Articles.
Contact : 117.sksharma@gmail.com
9811101174 • 011-26346726
एस.के. शर्मा
शिक्षा : राजनीति विज्ञान और कानून की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से, विधान लेखन और विधि व्याख्या पाठ्यक्रम का उच्च प्रशिक्षण लंदन के रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन से।
कृतित्व : लोकसभा सचिव पद से सेवानिवृत्त, दिल्ली विधानसभा के शैशवकाल में चार मुख्यमंत्रियों, राजनिवास व वरिष्ठ नौकरशाही के विधायी सलाहकार रहे। नवनिर्मित विधानसभा की नींव डालने, नियमावली बनाने, विधायी प्रक्रिया तय करने, सदन पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों एवं समितियों हेतु दिशा-निर्देश तय करने, पहली, दूसरी एवं तीसरी विधानसभा के विधायकों को प्रशिक्षण देकर राजधानी में नई पीढ़ी का नेतृत्व तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका। भारत के राष्ट्रपति व राज्यसभा सदस्यों के चुनाव में चुनाव अधिकारी, संसद् में आर.टी.आई. कानून के अंतर्गत अपीलीय अधिकारी व अनेक संसदीय शिष्टमंडलों के सचिव रहे।
रचना-संसार : दिल्ली की विधायिका एवं शासन प्रणाली पर हिंदी व अंग्रेजी में ग्यारह पुस्तकें प्रकाशित। संसदीय सचिव लाभ का पद मामले में कानूनी सलाहकार। उच्च शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में भारतीय संविधान, संसदीय प्रक्रिया, दिल्ली की संवैधानिक स्थिति आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्राख्यान एवं भाषण देते हैं।
लगभग दो दर्जन देशों की यात्रा की।