जन्म : 18 मार्च, 1950, तिरुवनंतपुरम।
शिक्षा : एम.ए., पी-एच.डी. (हिंदी)।
कार्यक्षेत्र : सन् 1973 से केरल के विविध सरकारी कॉलेजों में तथा केरल विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में अध्यापन। प्रोफेसर एवं अध्यक्षा तथा डीन, प्राच्य अध्ययन संकाय। 22 शोधार्थी पीएच.डी. उपाधि प्राप्त।
रचना-संसार : मलयालम के खंडकाव्य, आधुनिक हिंदी खंडकाव्य, संस्कृति के स्वर (हिंदी), मलयाल पत्र प्रवर्तन चरित्रं (मलयालम); ग्रंथों में मोहन राकेश; गोत्रयान; स्वयंवर; कर्मयोगी; कठगुलाब; अंदर कोई; बरसी; एक धरती, एक आसमान, एक सूरज; एन. कृष्णपिल्लै आदि। विविध संदर्भ ग्रंथों तथा पत्र-पत्रिकाओं में 250 से ज्यादा आलेख प्रकाशित। कई ग्रंथों व पत्रिकाओं का संपादन।
पुरस्कार/सम्मान : अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत।
संप्रति : सदस्य, कार्य परिषद्, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा; मंत्री, केरल हिंदी साहित्य अकादमी, विजिटिंग प्रोफेसर, कालिकट विश्वविद्यालय।
संपर्क : मणि मंदिरम्, आनयरा, तिरुवनंतपुरम-695029