शैलेंद्र महतो का जन्म 11 अक्तूबर, 1953 को झारखंड के तत्कालीन अविभाजित सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर थाना अंतर्गत सेताहाका गाँव में हुआ था। सन् 1973 में मात्र बीस वर्ष की उम्र में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और झारखंड आंदोलन का हिस्सा बने। 1978 में झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होकर झारखंडी अस्मिता और उनका गौरव-सम्मान, जल-जंगल-जमीन के अधिकार के लंबे झारखंड आंदोलन में शैलेंद्र महतो की अग्रणी भूमिका रही है। 1987 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव बने। राजीव गांधी सरकार द्वारा गठित ‘झारखंड विषयक समिति’ के सदस्य रहे और झामुमो से 9वीं एवं 10वीं लोकसभा में जमशेदपुर के सांसद बने। बाद में झामुमो छोड़कर झारखंड राज्य हासिल करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के समक्ष भाजपा में शामिल हुए। इनकी पत्नी आभा महतो 12वीं और 13वीं लोकसभा में भाजपा से जमशेदपुर की सांसद बनी। श्री महतो की राजनीति के अलावा लेखन में भी रुचि रही है और उनकी प्रकाशित पुस्तकें हैं—
झारखंड राज्य और उपनिवेशवाद, देश और दृष्टि, झारखंड की समरगाथा।