जन्म : 28 अगस्त, 1965।
शिक्षा : आर्य समाज स्कूल तथा माता सुंदरी कॉलेज, दिल्ली से बी.ए. (पास)।
डॉ. शशी बुबनाजी की शादी 1986 में श्री सुशील बुबना से हुई, जो विज्ञापन क्षेत्र में व्यवसायी हैं, साथ-ही-साथ समाज-सेवक भी।
शशी बुबना को अपने चारों ओर होनेवाले संघर्षों को लिखकर व्यक्त करना अच्छा लगता है। दो बच्चों लवेश और प्रियंका के जन्म के बाद से खाली समय में कुछ-न-कुछ सीखना उनका शौक रहा। इसी तरह उन्होंने रेकी, वास्तु, टैरो कार्ड, सुजोक और एक्यूप्रेशर में मास्टरी की। एक्यूप्रेशर में एम.डी. भी किया।
प्रकाशन : पहली पुस्तक ‘दास्ताँ जिंदगी की’ तथा पत्र-पत्रिकाओं में कहानियाँ प्रकाशित।
राष्ट्र सेविका समिति संस्था में सक्रिय सहभागिता। ब्रह्मकुमारी संस्था से राजयोग भी सीखा। मेडिटेशन करना प्रिय शौक है।