शशि गुप्ता का जन्म मध्य श्रेणी के सम्मिलित परिवार तहसील धामपुर (जिला बिजनौर) उार प्रदेश में 19 दिसंबर को हुआ। पिता स्व. श्यामलाल प्रख्यात वकील थे व माता स्व. कुसुमलता मेरठ आंदोलन में स्वतंत्रता के लिए झंडा लेकर सबसे आगे चलनेवाली पहली महिला थी। धामपुर में परदा (घूँघट) समाप्त करनेवाली भी वही पहली महिला थी। आधुनिक वातावरण में पली-बढ़ी हुई शशि की शिक्षा धामपुर इंटर कॉलेज में हुई।
विवाह मेधावी नौजवान धर्म प्रकाशजी से 3 दिसंबर, 1953 को हुआ। डॉ. धर्म प्रकाश विश्ववियात गणितज्ञ थे।
इनर व्हील लब की अध्यक्षता में उन्होंने गरीबों के लिए नि:शुल्क इलाज हेतु एक दो मंजिली डिस्पेंसरी बनवाई। उसी की एक मंजिल पर कन्याओं को सिलाई, बुनाई और कढ़ाई की शिक्षा दी जाती है और प्रतिदिन स्कूल चलता है। उनकी उल्लेखनीय रुचियाँ हैं—बुनाई, कढ़ाई, सिलाई, पाक प्रणाली, पेंटिंग, कार्ड मेकिंग, क्रोशिया और पढ़ना। कुछ नया सीखने और ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा उन्हें पढ़ने में सदैव मजबूर किए रहती है। वे बहुत पहले टेबल टेनिस की खिलाड़ी थीं। छोटे-छोटे लेख पत्रिकाओं में छपते रहते हैं। योगा टीचर रही हैं। समाज सेविका हैं।
वह अपने पति को अपनी प्रेरणा मानती हैं।