इस पुस्तक के लेखक श्याम सुंदर गोयल पेशे से पत्रकार हैं, लेकिन जुनून घूमने का भी है। वे भोपाल में दैनिक भास्कर ग्रुप की प्रोफेशनल लाइफ के बीच हर साल अचानक से लंबा गैप लेते थे और फिर परिवार और दीन-दुनिया से पूरी तरह अलग होकर एक दूसरी दुनिया में चले जाते थे। वहाँ सिर्फ वह थे, उनकी 100 CC की TVS बाइक थी और ढेर सारा रोमांच था। वे 2013 से 2018 के बीच 6 सालों में 25,000 किलोमीटर की दूरी बाइक से अकेले कवर कर चुके हैं। इस दौरान वे भारत के 20 राज्यों और 5 केंद्रशासित प्रदेशों में जा चुके हैं, जिनमें केदारनाथ जैसी दुर्गम यात्रा भी शामिल है। इस दौरान 5 बार उनके जबरदस्त एक्सीडेंट हुए, एक बार स्कूबा डाइविंग में सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होने पर साक्षात् मौत के दर्शन हो गए थे। वे वर्तमान में इंडिया टुडे ग्रुप, दिल्ली में ‘आजतक ऑनलाइन’ में चीफ सब-एडिटर के पद पर कार्यरत रहे हैं।
उनकी इस पहली पुस्तक में भोपाल से केदारनाथ घाटी और 7 राज्यों की यात्रा के रोमांच को शब्दों में उतारा गया है। 12 दिन में 3850 किलोमीटर का सफर, जो फैमिली और प्रोफेशनल लाइफ जीने वाले शख्स का एक अलग ही रूप दुनिया के सामने लाता है।