श्रीमती कमला मिश्र की यह इकलौती (प्राप्त) कृति है, जिसका लेखन लगभग 60 साल पहले किया गया था, परंतु किन्हीं कारणों से यह उपन्यास साकार रूप नहीं ले सका था। श्रीमती कमला मिश्र का जन्म उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में सन् 1906 में हुआ था। वे एक वैभव-संपन्न ब्राह्मण कुल में पैदा हुई थीं। उनका विवाह लखनऊ में श्री मणिशंकर मिश्र के साथ 17 वर्ष की उम्र में हुआ। श्रीमती कमला मिश्र के एक पुत्र एवं दो पुत्रियाँ थीं। वे हिंदी के साथ ही बांग्ला भाषा की भी जानकार थीं। उनकी शिक्षा-दीक्षा की बहुत सी जानकारियाँ उनके संसार से विदा होने के साथ ही लुप्त हो गईं।