जन्म : 21 नवंबर, 1933 को।
चार सौ से अधिक कहानियाँ, लघु कथाएँ आदि विविध रचनाएँ प्रकाशित/ प्रसारित।
प्रकाशन : 9 कथा-संग्रह के साथ-साथ ‘बेटे-बेटियाँ’, ‘पद-चिह्न’ (लघुकथाएँ); ‘लछमिनियाँ की बेटी’ (उपन्यास); ‘सूरज ढकते काले मेघ’, ‘कातर धूप’, ‘सही आदमी’ (बाल साहित्य); ‘प्यारे बच्चे तुम्हें सुनाऊँ’ (कविताएँ); ‘सरल हिंदी लेख’; इसके अलावा ‘ध्यान तंत्र के आलोक में’ (Meditations from the Tantras by Paramhans Satyanand) (अनुवाद)। (Reminiscences and सृतिपाता—बँगला लेखक—श्री नलिनीकांत गुप्त) ‘कहानियाँ’ (बाद की)। लेखन के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरस्कृत। देश-विदेश में अनुकांक्षित भ्रमण, संस्कृति तथा लोक-संगीत से संबद्धता, शिक्षा तंत्र में तैंतीस वर्षों तक कर्माजीव, श्री अरविंदाश्रम हेतु पांडिचेरी में निवास।