सुखद राम पाण्डेय
लेखक वर्तमान में ‘उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड रामकृष्ण-विवेकानंद भाव प्रचार परिषद्’ के संयोजक हैं। सन् 1980 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त करने के बाद सन् 1981 में उनका चयन प्रांतीय सिविल सेवा (पी.सी.एस.) में हुआ। विशेष सचिव, वित्त विभाग, उ.प्र. शासन के पद पर लखनऊ में कार्यरत रहते हुए 30 नवंबर, 2016 को वे सेवानिवृत्त हो गए। प्रशासनिक पदों पर कार्य की व्यस्तता के बीच अध्ययन, चिंतन एवं लेखन उनकी रुचि के क्षेत्र रहे हैं।
श्रीरामकृष्ण परमहंस, माँ श्री सारदा देवी एवं स्वामी विवेकानंद के आदर्शाभिमुख वे जिन प्रमुख व्यक्तियों एवं श्रेष्ठजनों के संपर्क में आए हैं, उनमें से प्रस्तुत पुस्तक की केंद्रबिंदु साध्वी भी एक हैं। जिए गए जीवन के सत्य को शब्दों में व्यक्त करना यद्यपि असंभव है, तथापि साध्वी के जीवन को पुस्तकीकृत करके लेखक ने यह स्थापित करने का प्रयास किया है कि साधारण लोग भी असाधारण गुणों को आत्मसात् करके एक बड़े वर्ग की प्रेरणा स्रोत हो सकते हैं।