भारत के अग्रणी उद्योगपति और रेमंड्स ग्रुप के चेयरमैन डॉ. विजयपत सिंघानिया पिछले चार दशकों से उड्डयन के क्षेत्र में अपनी महत्त्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं। उनके पास ईस्ट-वेस्ट, दमानिया एलाइंस और सहारा एयरवेज में कई सौ घंटों के उड़ान अनुभव सहित कुल 5,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है।
उन्होंने उड्डयन के क्षेत्र में कई सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें उड्डयन खेल का सर्वोच्च पुरस्कार, फेडरेशन एयरोनॉटिक इंटरनेशनल (FAI) गोल्ड मेडल भी शामिल है, जो उन्हें वर्ष 1994 में इंटरनेशनल राउंड द वर्ल्ड एयर रेस के लिए दिया गया था। तत्कालीन राष्ट्रपति श्री आर. वेंकटरमण ने उन्हें भारतीय वायुसेना के ‘एयर कमोडोर’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया था; इसके अतिरिक्त वह भारतीय वायुसेना के बैटल ऐक्सेज (Battle Axes) के स्क्वाड्रन नं. 7 एयर स्क्वाड्रन के एकमात्र असैनिक सदस्य भी हैं। तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर के ‘लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार’ से पुरस्कृत। वर्ष 2006 में प्रतिष्ठित ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित।