5 दिसंबर, 1939 को जन्मे श्री दांडेकर भारतीय जीवन बीमा निगम में वरिष्ठ-अधिकारी पद से सेवानिवृत्त हैं।
रचना-संसार : तीन उपन्यास ‘चाणक्य’, ‘महादजी सिंदे’ एवं ‘धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे’; एक संस्मरण ‘माणसं माणसांसारखीचं वागतात’। साथ ही राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में विपुल लेखन।
पुरस्कार : ‘धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे’ पुणे नगर वाचन मंदिर द्वारा ‘श्री ना. बनहट्टी पुरस्कार’ से गौरवान्वित।
संपर्क : ‘मालवती’, 17-बी, कांगा कॉलोनी, सातारा-415001 (महाराष्ट्र)
दूरभाष : 08275481285