ले- जन. वी.आर. राघवन
जनरल राघवन ने ब्रिटेन के रॉयल मिलिट्री कॉलेज ऑफ साइंस तथा आर्मी स्टॉफ कॉलेज से सन् 1968 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वे हेनरी एल. स्टिमसन सेंटर, वाशिंगटन डी.सी. और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंटरनेशनल सिक्यूरिटी एंड कोऑपरेशन के फेलो भी हैं। भारतीय सेना में रहते हुए उन्होंने सन् 1994 तक सैंतीस वर्ष देश की सेवा की। सन् 1992 से 1 ष्ठय तक वे मिलिट्री ऑपरेशंस के महानिदेशक रहे।
जनरल राघवन ने भारतीय सेना के इतिहास और विकास पर अनेक पुस्तकें लिखी हैं। उनकी पुस्तकें 'इंडिया जै नीड फॉर स्ट्रैटेजिक बैलेंस' तथा 'लिमिटेड वार एंड न्यूक्लीयर एस्केलेशन इन साउथ एशिया' काफी चर्चित रही है तथा 'इकैंट्री इन इंडिया' और 'सियाचिन-कनफ्लिक्ट विदआउट एंड' सैन्य कॉलेजों में अनिवार्य रूप से पढ़ी जाती हैं।
जनरल राघवन इंटरनेशनल इंस्टिव्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज, लंदन के सदस्य हैं। भारत, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के प्रमुख रक्षा सेवा कॉलेजों और संस्थाओं के वे विजिटिंग लेक्चरर हैं। रणनीतिक मसलों पर नियमित रूप से पत्र-पत्रिकाओं में लिखते हैं ।
वे दिल्ली पालिसी तुपकेनिदेशक और रक्षा विश्लेषण केंद्र, चेन्नई के अध्यक्ष हैं।