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भगवान् गणेश की पूजा सभी देवी-देवताओं में सबसे पहले की जाती है। यह तो तुम सभी जानते ही होगे, यदि नहीं तो इस पुस्तक में अवश्य पढ़ोगे। भगवान् गणेश अपने अनेक रूपों में पूजे जाते है, जैसे—वक्रतुंड, एकदंत, महोदर, गजानन, लंबोदर आदि। इन्हीं रूपों से संबंधित उनकी अनेक कथाएँ प्रचालित हैं। उन्होंने अपनी बाल्यावस्था में अनेक चमत्कारी कार्य भी किए हैं। उन्हीं के बाल जीवन से जुड़ी कुछ प्रमुख कथाएँ सरल भाषा एवं चित्रों के द्वारा हम इस पुस्तक में प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि बाल पाठकों के अतिरिक्त प्रत्येक पाठक-वर्ग के लिए पुस्तक उपयोगी सिद्ध होगी।
‘इसी पुस्तक से’
5 नवंबर, 1964 को नगर नजीबाबाद (उ.प्र.) में जनमे लेखक एवं चित्रकार मुकेश ‘नादान’ ने साहित्य-जगत् में अपनी अलग पहचान बनाई है। विभिन्न विषयों पर संपादित एवं लिखी गई दो सौ से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। बाल पाठकों के लिए अनेक सचित्र एवं शिक्षाप्रद पुस्तकें लिखकर उनमें शिक्षा एवं संस्कृति का संचार किया है। ‘नन्ही मुनिया’, ‘जंगल और आदमी’, ‘शिक्षाप्रद बाल कहानियाँ’, ‘शिक्षाप्रद बाल गीत’ जैसी पुस्तकें आज भी बाल पाठकों की पहली पसंद बनी हुई हैं। विभिन्न विषयों पर उपयोगी श्रंखला में लिखी ‘महानायक ए.पी.जे. अब्दुल कलाम’ (जीवनी), ‘प्रदूषण का कहर’, ‘बुढ़ापा : वरदान या अभिशाप’, ‘विश्व प्रसिद्ध महान् संत’ (जीवनियाँ), ‘बचपन॒: दशा और दिशा’ आदि पुस्तकें भी लोकप्रिय हुई हैं।