₹300
बेस्ट ऑफ अल्हड़ बीकानेरी दोउ कर जोरे, खीस निपोरे हर वोटर पर डालें डोरे चपरासी को बोलें चाचा पुलिसमैन को कहें पिताजी वोट माँगन निकले नेताजी।
चाल रेशमी, ढाल रेशमी काँधे ऊपर शॉल रेशमी सिर पर खादी-कैप ओढ़कर लगें लोमड़ी के फूफाजी वोट माँगन निकले नेताजी।
आगे झंडे, पीछे डंडे दाएँ-बाएँ दस मुसटंडे आरती-वंदन करे चमचियाँ थैली भेंट करें चमचाजी वोट माँगन निकले नेताजी।
घर-घर डोलें, वोट टटोलें नई दुल्हन को बहना बोलें दूल्हे के आगे मिमियाएँ ‘वोट हमें देना जीजाजी’ वोट माँगन निकले नेताजी।
—इसी संकलन से
सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्यकार श्री अल्हड़ बीकानेरी सन् 1962 से ही श्रोता-पाठकों को गजल-गीत की रसधारा में डुबकियाँ लगवाते रहे हैं। जिन सामाजिक रूढ़ियों, आर्थिक दुश्चिंताओं, राजनीतिक विडंबनाओं, प्रशासनिक विसंगतियों तथा क्षणभंगुर जीवन की विद्रूपताओं ने कवि के अंतर्मन को भीतर तक कचोटा है, उन्हीं का कच्चा चिट्ठा हैं, अल्हड़जी की ये श्रेष्ठ कविताएँ।
____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
वाह, वाह! Pgs—७
इक समुंदरसा उमड़ता है हसीं चेहरों का Pgs—९
१. हे लतीफों के लिखैया Pgs—१७
२. होंठों से छुआ के मूँगफली Pgs—२१
३. पूत-सपूत Pgs—२७
४. पूत-कपूत Pgs—२९
५. कच्चे भूत Pgs—३१
६. हर गंगे Pgs—३२
७. ‘बेलन’ स्तुति Pgs—३४
८. घाट-घाट घूमे Pgs—३७
९. ज्योतिष-पुराण Pgs—४०
१०. बुड्ढी घोड़ी लाल लगाम Pgs—४५
११. प्रतिभा पलायन Pgs—४८
१२. कवि-मीमांसा Pgs—४९
१३. कविता मुत हुई बदनाम Pgs—५०
१४. मार्केट-वैल्यू Pgs—५२
१५. गिरगिट-गाथा Pgs—५३
१६. रोए बाप हँसे हज्जाम Pgs—५८
१७. घोटालों का मेला Pgs—६१
१८. चुनाव चक्रम् Pgs—६२
१९. शारदा-स्तुति Pgs—६४
२०. समय का फेर Pgs—६६
२१. दो नावों की सवारी Pgs—६७
२२. हे दयालु नेता Pgs—६८
२३. कोई बोलता नहीं Pgs—७०
२४. पराया माल अपना Pgs—७२
२५. मनहूस अफसर Pgs—७६
२६. नई पड़ोसिन Pgs—७७
२७. तैमूरलंग Pgs—८०
२८. नौटंकी लाल Pgs—८२
२९. घर बैठ जा Pgs—८४
३०. नेता की बातें Pgs—८५
३१. दिल्ली का बाबू Pgs—८८
३२. मन-दरपन में झाँक Pgs—९०
३३. रूप निरख मत रीझ Pgs—९१
३४. निज औकात न भूल Pgs—९२
३५. मन की आँख न मीच Pgs—९३
३६. आँख मूँद कर नाच Pgs—९४
३७. अब तो आँसू पोंछ Pgs—९५
३८. कलियों के प्यार में Pgs—९६
३९. अपनी नोड़ तू Pgs—९८
४०. आदत नहीं Pgs—१०१
४१. वाब में मिनिस्टर Pgs—१०३
४२. हाय मेरी कुरसी Pgs—१०५
४३. कुदरत का कमाल Pgs—१०८
४४. राजनेताओं का धारावाहिक चित्रहार Pgs—११०
४५. हीरो अड़तीसा Pgs—११७
४६. हर हाल में खुश हैं Pgs—११९
४७. खतरे का भोंपू Pgs—१२५
४८. कविता के सिवा... १२८
४९. म्हारा बाळकपण (हरियाणवी) Pgs—१३०
५०. श्री ‘अमिताभ’ चालीसा Pgs—१३५
५१. गुरुवंदना Pgs—१४०
५२. चुनाव घोषणापत्र Pgs—१४३
५३. चमत्कार चमचों के Pgs—१४७
५४. मूसलचंद Pgs—१५१
५५. इकीसवीं सदी में Pgs—१५४
५६. पूनम का चाँद Pgs—१५६
५७. कमाल देखते रहे Pgs—१५९
५८. पुराना अखबार Pgs—१६१
५९. कलियुगी रसिया Pgs—१६३
६०. मैडम की मेहरबानियाँ Pgs—१६६
मूल नाम : श्याम लाल शर्मा।
जन्म :17 मई, 1937 को गाँव-बीकानेर, जिला-रेवाड़ी, हरियाणा में।
शब्द-यात्रा :1962 में गीत-गजल लेखन में पदार्पण।1967 में हास्य-व्यंग्य कविताओं का देश-विदेश में सस्वर काव्य-पाठ। आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से प्रसारित। लगभग सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित।
प्रकाशन : ‘भज प्यारे तू सीताराम’, ‘घाट-घाट घूमे’, ‘अभी हँसता हूँ’, ‘अब तो आँसू पोंछ’, ‘भैंसा पीवे सोमरस’, ‘ठाठ गजल के’, ‘रेत पर जहाज’, ‘अनछुए हाथ’, ‘खोल न देना द्वार’, ‘जय ‘मैडम’ की बोल रे’। हरियाणवी फीचर फिल्म (रंगीन) ‘छोटी साली’ के गीत-कहानी का लेखन तथा निर्माण कार्य। पुरस्कार-सम्मान : ‘ठिठोली पुरस्कार’, ‘काका हाथरसी पुरस्कार’, ‘टेपा पुरस्कार’, ‘मानस पुरस्कार’, ‘व्यंग्यश्री पुरस्कार’, ‘यथासंभव’ ‘काव्य गौरव’, ‘काका हाथरसी सम्मान’, ‘नरेंद्र मोहन सम्मान’, ‘हरियाणा गौरव’ सम्मान तथा ‘अट्टहास शिखर सम्मान’ प्राप्त। इसके अलावा लायंस क्लब, दिल्ली, अखिल भारतीय नागरिक परिषद् तथा राष्ट्रपति द्वारा अभिनंदन।
विदेश-यात्रा : थाईलैंड, सिंगापुर, मस्कट, दुबई।