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बेस्ट ऑफ जैमिनी हरियाणवी
चुके नहीं इतना उधार है
महँगाई की अलग मार है
तुम पर बैठे हैं गणेशजी
हम पर तो कर्जा सवार है।
चूहे, तुमको नमस्कार है।।
भक्तजनों की भीड़ लगी है
खाने की क्या तुम्हें कमी है
कोई देवे लड्डू, पेड़े
भेंट करे कोई अनार है।
चूहे, तुमको नमस्कार है।।
परेशान जो मुझको करती
पत्नी केवल तुमसे डरती
तुम्हें देखकर हे चूहेजी
चढ़ जाता उसको बुखार है।
चूहे, तुमको नमस्कार है।।
कुरसी है नेता का वाहन
जिस पर बैठ करे वह शासन
वहाँ भीड़ है तुमसे ज्यादा
यह कुरसी का चमत्कार है।
चूहे, तुमको नमस्कार है।।
—इसी संकलन से
प्रस्तुत संकलन में हिंदी व्यंग्य-कविता के स्थापित हस्ताक्षर श्री जैमिनी हरियाणवी के रचना-संसार की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं का रसास्वादन कर सुधी पाठक सोचेंगे-विचारेंगे, गुनगुनाएँगे और फिर हँसी से लोट-पोट हो जाएँगे।
मूल नाम : देवकी नंदन जैमिनी।
जन्म :5 सितंबर,1931 को जन्माष्टमी के दिन जिला झज्जर, हरियाणा के बादली गाँव में। यह तिथि ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाई जाती है।
शिक्षा : एम.ए. (इतिहास एवं राजनीति शास्त्र), बी.टी.।
प्रकाशन : ‘हम नन्हे-मुन्ने सरदार’ (बालगीत संग्रह), ‘इनकलाब’ (कहानी), ‘राष्ट्रीय छात्र सेना’, गीत फैशनी गावो’ (हरियाणवी हास्य-व्यंग्य), ‘वंस मोर’, ‘हँसाए जा प्यारे’, ‘नई बीमारियाँ : नए इलाज’ (हास्य-व्यंग्य कविताएँ), ‘कसम है आजादी की’, ‘मून पर हनीमून’ (गीत-गजल), ‘नीम का पेड़’ (हास्य-व्यंग्य लेख संग्रह)।
कृतित्व : देश की प्राय: छोटी-बड़ी पत्रिकाओं में लगभग तीन सौ रचनाएँ प्रकाशित, देश-विदेश के हजारों कवि-सम्मेलनों में कविता पाठ, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से सैकड़ों रचनाएँ प्रसारित, अनेक हिंदी तथा हरियाणवी फिल्मों में गीत लेखन।
पुरस्कार-सम्मान : ‘ठिठोली’ पुरस्कार, राष्ट्रपति के हाथों ‘काका हाथरसी पुरस्कार’, राष्ट्रपति द्वारा ‘हास्य-रत्न’ की उपाधि, ‘अग्रसेन सरस्वती सम्मान’, ‘टेपा साहित्य-संस्कृति सम्मान’, दिल्ली सरकार द्वारा सम्मानित, हरियाणा सरकार द्वारा ‘हरियाणा गौरव सम्मान’ तथा अनेक सामाजिक एवं साहित्यिक संस्थाओं, रोटरी एवं लायंस क्लबों द्वारा सम्मानित।