₹300
बेस्ट ऑफ ओमप्रकाश आदित्य मैंने लिक्खा पानीपत का दूसरा युद्ध भर सावन में जापान-जर्मनी बीच हुआ अठारह सौ सत्तावन में।
राणा प्रताप ने मोहम्मद गोरी को दस बार हराया था अकबर ने हिंद महासागर अमरीका से मँगवाया था महमूद गजनबी उठते ही दो घंटे रोज नाचता था औरंगजेब रंग में आकर औरों की जेब काटता था।
तैमूर लंग हर इक जंग में दुश्मन की टाँग तोड़ता था कहते हैं चैम्सफोर्ड घर में सौ चिलमें रोज फोड़ता था।
इस तरह अनेकों भावों के फूटे भीतर से फव्वारे जो-जो सवाल थे याद नहीं वे ही परचे पर लिख मारे। हो गया परीक्षक पागल-सा मेरी कॉपी को देख-देख बोला—इन सारे छात्रों में बस होनहार है यही एक।
—इसी संकलन से
हास्य-व्यंग्य के जाने-माने हस्ताक्षर और हास्य शिरोमणि श्री ओमप्रकाश आदित्य की सर्वश्रेष्ठ कविताओं का ऐसा संकलन, जिनका रसपान कर सुधी पाठक आनंद की मस्ती में झूम-झूम जाएँगे।
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अनुक्रम
वाह, वाह! — Pgs. 5
1. इधर भी गधे हैं उधर भी गधे हैं — Pgs. 9
2. गुप्ताजी के मकान का उद्घाटन — Pgs. 12
3. जूड़ा परिवर्तन — Pgs. 18
4. छापा — Pgs. 23
5. तोता ऐंड मैना — Pgs. 28
6. दूल्हे की घोड़ी — Pgs. 38
7. कवि और रामप्यारी — Pgs. 44
8. गरीबों का गणतंत्र — Pgs. 53
9. चप्पल-प्रिया — Pgs. 59
10. वर्मा के घर शर्मा — Pgs. 68
11. स्वर्ग धाम से नरक निवास तक — Pgs. 74
12. अस्पताल की टाँग — Pgs. 81
13. नेता का नख-शिख वर्णन — Pgs. 91
14. होनहार — Pgs. 97
15. उद्घाटन चमत्कार — Pgs. 101
16. सखी की सीख — Pgs. 104
17. देश — Pgs. 114
18. इतिहास का परचा — Pgs. 123
19. नोट देव की आरती — Pgs. 129
20. तरुवर की हरियाली — Pgs. 132
21. कवि पंचायत — Pgs. 138
22. भारतीय गोलची का रहस्यवाद — Pgs. 148
23. नमकहराम उल्लू — Pgs. 155
24. शादी हो गई — Pgs. 159
25. अब तक कुँवारा हूँ — Pgs. 162
26. वक्तजी और पत्थर — Pgs. 170
जन्म :5 नवंबर,1936 को रणसीम (गुड़गाँव) हरियाणा में।
शिक्षा : एम.ए. हिंदी (दिल्ली विश्वविद्यालय) प्रभाकर।
कृतियाँ : ‘इधर भी गधे हैं, उधर भी गधे हैं’, ‘तोता ऐंड मैना’, ‘मॉडर्न शक्ति’, ‘गौरी बैठी छत पर’, ‘घट-घट व्यापी भ्रष्टाचार’, ‘उल्लू का इंटरव्यू’, ‘सितारों की पाठशाला’, ‘अस्पताल की टाँग’, ‘उड़ गई चिडि़या’।
पुरस्कार एवं सम्मान : ‘काका हाथरसी हास्य पुरस्कार’, ‘ठिठोली’, ‘अट्टहास शिखर सम्मान’ (लखनऊ), ‘टेपा पुरस्कार’, ‘हास्य शिरोमणि’, ‘कीर्तिनामी’, ‘माखनलाल चतुर्वेदी सम्मान’, ‘राष्ट्रकवि दिनकर सम्मान’, ‘संत कवि सुंदरदास सम्मान’, ‘यशपाल शर्मा सम्मान’, ‘हास्य सम्राट्’, ‘महाकवि निराला सम्मान’, ‘हरियाणा गौरव’, ‘काका हाथरसी पुरस्कार’ पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा द्वारा सम्मानित। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा अभिनंदित। विदेश यात्राएँ : अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, बेल्जियम, बैंकॉक, हांगकांग, ओमान, दुबई, इंडोनेशिया, मॉस्को, मॉरीशस।
संप्रति : स्वतंत्र लेखन।