₹350
हमारे प्राचीन ज्ञान के समृद्ध भंडार में बुद्धिमत्ता एवं ज्ञान के ऐसे अमूल्य रत्न छिपे हैं, जिनसे आज की समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अपने विभिन्न रूपों में प्रत्येक मनुष्य में पुत्र, भाई, पति, योद्धा, शासक और ऋषि के रूप में अंतर्निहित हैं। इस पुस्तक में श्रीराम के ऐसे सात रंग व्याख्यायित हैं। जब सात रंगों के मधुर संगम से पूर्णता आती है, तब मनुष्य ‘पूर्ण’ मानव में परिणत होता है।
राम अपने जीवन के माध्यम से ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ के रूप में प्रेरणा का स्रोत तथा आदर्श बने। इनके जीवन से अंतर्वैयक्तिक समस्याओं को सुलझाने तथा समाज को स्वर्ग सा आनंदमय एवं परिपूर्ण बनाने में मदद मिलती है। महाकाव्य रामायण के उदात्त एवं गरिमामय रूप को जानने का यह साहसिक प्रयास है। नित्यकर्म, कर्मकांड तथा बहुमूल्य विचारों को जाग्रत् करनेवाली इस पुस्तक से पाठक निश्चित ही लाभान्वित होंगे।
श्रीराम का माहात्म्य बताकर सामान्य जन को भी उनके आदर्श जीवन से संवर्धित करनेवाली पठनीय कृति।
मेजर जनरल ए.के. शोरी भारतीय डाक सेवा के 1982 बैच के अधिकारी हैं, गत 22 वर्षों तक वे सेना डाक सेवा कोर में कार्यरत रहे। संप्रति चीफ पोस्टमास्टर जनरल, हिमाचल प्रदेश डाक परिमंडल के रूप में भारग्रहण करने से पूर्व सेना डाक सेवा कोर के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्य कर रहे थे। इन्होंने भारत और विदेशों में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों/पाठ्यक्रमों में भाग लिया है। अभी तक चार पुस्तकें लिखीहैं। हाल ही में इनकी चौथी पुस्तक ‘वाय आर वी लाइक दिस’ का विमोचन हि.प्र. विश्वविद्यालय के उपकुलपति ने किया।
प्रस्तुत पुस्तक अंग्रेजी में लिखित ‘द सेवन शेड्स ऑफ रामा’ का हिंदी अनुवाद है, जो श्रीराम के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर जनमानस के हृदय-परिवर्तन का एक प्रयास है।
जनरल शोरी की अध्यात्म में गहरी रुचि है, हमेशा नया सीखते रहने का उत्साह है, साथ ही एक कुशल खिलाड़ी तथा विचारक के रूप में इनकी विशिष्ट पहचान है।