₹500
महानता किसी वृक्ष से टपका हुआ फल नहीं है। यह तो प्रत्येक व्यक्ति में अंत:सलिल की भाँति विद्यमान रहती है। आवश्यकता होती तो बस उसे परिस्थितियों के प्ररिप्रेक्ष्य में अनुभव करने की। इतिहास साक्षी है कि जिसने भी अपनी छिपी प्रतिभा, विशिष्टता को पहचान लिया, वह महान्, आदर्श और प्रेरणादायी व्यक्तित्व बन गया।
सामाजिक संस्थाएँ ही नहीं, देश भी ऐसी विभूतियों को सम्मानित और अलंकृत करता है। सम्मानोपाधियाँ उन विशिष्ट व्यक्तित्वों को दी जाती हैं, जो अपने बल, पौरुष, बुद्धि-चातुर्य एंव कला-कौशल आदि के बल पर कुछ विशिष्ट कर दिखाते हैं।
‘भारत रत्न’ देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो देश की विशिष्ट एवं महान् विभूतियों को दिया जाता है। प्रस्तुत पुस्तक ‘भारत रत्न’ में अब तक जिन व्यक्तित्वों को राष्ट्र के द्वारा यह अलंकरण प्रदान किया गया है, उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व का हृदयग्रही वर्णन किया गया है। ‘भारत रत्न’ सम्मान पानेवाती विभूतियों ने किन विकट परिस्थितियों में रहकर राष्ट्रोत्थान एवं समाजोत्थान के कार्यों को संपन्न किया। अपनी मेहनत, लगन, निष्ठा एवं कर्तव्यपरायण के द्वारा हमारे तथा भावी पीढ़ियों के लिए आदर्श पुरुष कैसे बने?
विद्यार्थियों, शोधार्धियों के लिए ही नहीं, सामान्य पाठकों के लिए भी अत्यंत जानकारीपरक एव पठनीय पुस्तक है—‘भारत रत्न।’
______________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
क्रम-सूची
1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन — Pgs. 15
2. चक्रवर्ती राजगोपालाचारी — Pgs. 21
3. डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमण — Pgs. 28
4. डॉ. भगवानदास — Pgs. 35
5. डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया — Pgs. 39
6. पं. जवाहरलाल नेहरू — Pgs. 43
7. पं. गोविंद बल्लभ पंत — Pgs. 51
8. अण्णा साहब कर्वे — Pgs. 58
9. डॉ. बिधान चंद्र राय — Pgs. 63
10. पुरुषोत्तमदास टंडन — Pgs. 68
11. डॉ. राजेंद्र प्रसाद — Pgs. 75
12. डॉ. जाकिर हुसैन — Pgs. 83
13. डॉ. पांडुरंग वामन काणे — Pgs. 87
14. लालबहादुर शास्त्री — Pgs. 91
15. इंदिरा गांधी — Pgs. 99
16. वी.वी. गिरि — Pgs. 106
17. के. कामराज — Pgs. 110
18. मदर टेरेसा — Pgs. 114
19. आचार्य विनोबा भावे — Pgs. 120
20. खान अदुल गफार खाँ — Pgs. 128
21. एम.जी. रामचंद्रन — Pgs. 136
22. डॉ. भीमराव अंबेडकर — Pgs. 140
23. नेल्सन मंडेला — Pgs. 146
24. राजीव गांधी — Pgs. 150
25. सरदार वल्लभभाई पटेल — Pgs. 156
26. मोरारजी देसाई — Pgs. 165
27. मौलाना अबुल कलाम आजाद — Pgs. 169
28. जे.आर.डी. टाटा — Pgs. 176
29. सत्यजित रे — Pgs. 183
30. सुभाष चंद्र बोस — Pgs. 187
31. डॉ. ए.पी.जे. अदुल कलाम — Pgs. 193
32. गुलजारी लाल नंदा — Pgs. 199
33. अरुणा आसफ अली — Pgs. 203
34. एम.एस. सुबालक्ष्मी — Pgs. 207
35. सी. सुब्रह्मण्यम — Pgs. 215
36. जयप्रकाश नारायण — Pgs. 219
37. पं. रविशंकर — Pgs. 228
38. प्रो. अमर्त्य सेन — Pgs. 232
39. गोपीनाथ बारदोलोई — Pgs. 236
40. लता मंगेशकर — Pgs. 240
41. उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ — Pgs. 248
42. पंडित भीमसेन जोशी — Pgs. 254
43. सचिन तेंदुलकर — Pgs. 260
44. सी.एन.आर. राव — Pgs. 266
45. अटल बिहारी वाजपेयी — Pgs. 270
46. पं. मदन मोहन मालवीय — Pgs. 279
परिशिष्ट-1
प्रमुख देशों के सर्वोच्च सम्मान — Pgs. 287
परिशिष्ट-2
भारत सरकार द्वारा प्रदा प्रमुख पुरस्कार एवं सम्मान — Pgs. 288
परिशिष्ट-3
भारत के प्रमुख सम्मान एवं पुरस्कार — Pgs. 290
परिशिष्ट-4
विश्व के प्रमुख सम्मान एवं पुरस्कार — Pgs. 292
परिशिष्ट-5
भारत-रत्न प्राप्तकर्ता — Pgs. 294
जन्म : 31 अक्तूबर, 1965।
शिक्षा : हिंदी साहित्य में एम.ए., पोस्ट एम.ए., अनुवाद सिद्धांत एवं व्यवहार डिप्लोमा, पोस्ट एम.ए. अनुप्रयुक्त (हिंदी) भाषा विज्ञान डिप्लोमा, पोस्ट एम.ए. अनुप्रयुक्त (हिंदी) भाषा विज्ञान उच्च डिप्लोमा, बैचलर डिग्री इन मास कम्युनिकेशन, मास्टर डिग्री इन मास कम्युनिकेशन।
कृतियाँ : मैं भगतसिंह बोल रहा हूँ, हिंदी कोश साहित्य, लाल किले से, प्रेमचंद सूक्ति कोश, तुलसी सूक्ति कोश, प्रसाद सूक्ति कोश, शरत सूक्ति कोश, श्री नरेश मेहता सूक्ति कोश, स्वामी रामतीर्थ सूक्ति कोश, रवींद्रनाथ टैगोर सूक्ति कोश, अमृतलाल नागर सूक्ति कोश, सुभाष चंद्र बोस सूक्ति कोश, निराला सूक्ति कोश, मुक्तिबोध सूक्ति कोश,
प्रतिश्रुति : श्रीनरेश मेहता की समग्र कहानियाँ, मेरे साक्षात्कार : श्रीनरेश मेहता, महीप सिंह रचनावली (दस खंड), कुसुम अंसल रचनावली (सात खंड) (संपादित कृतियाँ), तुलसीनिर्देशिका, रामचरित मानस की सूक्तियों का अध्ययन, रामचरित मानस में शिक्षा दर्शन में संपादन सहयोग, तीसरा प्रभाकर, भारतीय मीडिया : अंतरंग परिचय, बच्चन : जाने के बाद एवं छोटे हाथ के रंग बड़े हाथ के संग में सहयोगी लेखक।
संप्रति : स्वतंत्र लेखन।