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हम यह सोचकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं कि इस सदी के अंत तक विश्व हे निरक्षरों की लगभग आधी संख्या भारत में होगी । यदि भारत को इस कलंक से बचाना है तो हमें इस समस्या का प्रत्यक्ष रूप से सामना करना होगा । विकास संबंधी आवश्यकताओं का प्रत्येक पहलू साक्षरता पर आधारित है । फिर भी, साक्षरता उन्मूलन ध्येय आसानी से तय किया जा चुका है; लेकिन इसकी उपलब्धि अधिक कठिन कार्य है । संपूर्ण साक्षरता अभियान साक्षर समाज की ओर गतिशील होने का नया तरीका है । संपूर्ण साक्षरता अभियान स्वयंसेवा की भावना पर टिका है तथा यह दृढ़ता, समर्पण भाव ही इसकी प्रेरणा शक्ति है । संपूर्ण साक्षरता अभियान की सफलता का संश्लिष्ट स्वरूप है । इस पुस्तक का विषय संपूर्ण साक्षरता अभियान की सफलता या विफलता के कारणों को समेझना है । पुस्तक में मात्र निदानात्मक दृष्टिकोण ही नहीं अपनाया गया है बल्कि संपूर्ण साक्षरता अभियान की सफलता से जुड़ी कार्य-नीतियों का विश्लेषण भी किया गया है । चुनिंदा देशों के अनुभव और सफल गाथाओं का विश्लेषण किया गया है, ताकि इस अभियान से जुड़ी सक्रिय अवधारणाओं के बारे में जानकारी मिल सके ।
प्रस्तुत पुस्तक संपूर्ण साक्षरता अभियान से जुड़े सभी व्यक्तियों तथा इस देश में शिक्षा और साक्षरता विषयक मुद्दे से जुड़े व्यक्तियों के लिए अत्यधिक लाभप्रद होगी ।
लेखक भारतीय प्रशासनिक सेवा के सन् 1978 के बैच से संबंधित हैं । आई.ए.एस में आने से पहले आपने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. (ऑनर्स) की तथा आई. आई.एम., अहमदाबाद से एम.बी.ए. किया । आपने कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में पाँच महत्त्वपूर्ण जिलों का कार्यभार सँभाला । आपके पास प्रबंधन विकास कार्यक्रमों का प्रत्यक्ष अनुभव रहा है। आप यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समाज को गतिशील बनाने में दृढ़ विश्वास रखते हैं कि विकास कार्यों के लाभ वास्तव में पात्र लोगों तक पहुँच रहे हैं । शिक्षा और साक्षरता आपके लिए आस्था का विषय रहा है । आपका मानना है कि साक्षर समाज के बिना सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाना संभव नहीं है । संपूर्ण साक्षरता अभियानों में आपकी भागीदारी उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के टी.एल.सी. के सफल प्रबंधन से उद्भूत हुई । कलेक्टर होने के अलावा, आप आई.ए.एस के यू.पी. कैडर में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं ।
आप उत्तर प्रदेश सीमेंट कॉरपोरेशन में महाप्रबंधक, उत्तर प्रदेश राज्य स्पिनिंग (कताई) मिल्स के प्रबंध निदेशक, इलाहाबाद नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण के प्रशासक और उपाध्यक्ष तथा बेसिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश के सचिव एवं वित्त, बजट, संसाधन और उत्तर प्रदेश सरकार के वेतन आयोग के सचिव रह चुके हैं । वर्तमान में आप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के सचिव हैं ।