₹250
अनुक्रम
अपनी ओर से — Pgs. 7
प्रशस्ति — Pgs. 19
सर्ग-1
सृष्टि — Pgs. 21
सर्ग-2
अवसान — Pgs. 29
सर्ग-3
पुनर्निर्माण — Pgs. 32
सर्ग-4
पुनर्सर्जन — Pgs. 40
सर्ग-5
विस्थापन — Pgs. 46
सर्ग-6
ममता — Pgs. 50
सर्ग-7
क्रांति-पथ — Pgs. 57
सर्ग-8 (क)
मंथन — Pgs. 65
सर्ग-8 (ख)
वेदना — Pgs. 67
सर्ग-8 (ग)
चिंतन — Pgs. 73
सर्ग-8 (घ)
क्षुधा — Pgs. 77
सर्ग-9
अवतरण — Pgs. 84
सर्ग-10
प्रवचन — Pgs. 90
सर्ग-11
अभिज्ञान — Pgs. 99
सर्ग-12
आह्वान — Pgs. 105
सर्ग-13
सिंहनाद — Pgs. 113
सर्ग-14
अभियान — Pgs. 119
सर्ग-15
अमर्त्य गान — Pgs. 127
परिशिष्ट—आदिम-पीड़ा — Pgs. 130
आयु 72 वर्ष, जन्म बलिया (उत्तर प्रदेश) में, पैतृक आवास एवं शहर—पटना।
शिक्षा : प्रारंभिक शिक्षा हवेली खड़गपुर (मुंगेर), विज्ञान में स्नातक (संत कोलंबस, हजारीबाग) पटना विश्वविद्यालय से बी.एल. प्रथम श्रेणी में प्रथम।
कृतित्व : झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त। स्कूली समय से ही लेखन, पहली कविता का प्रकाशन स्व. राधिका रमण सिंह के द्वारा संपादित ‘नई धारा’ में (1957)। ‘मुक्ता’, ‘चित्रेतना’ एवं तत्कालीन पत्रिकाओं में कविताओं एवं कहानियों का प्रकाशन। ‘साप्ताहिक हिंदुस्तान’ के 1967 के अंतरराष्ट्रीय कथा विशेषांक में एक कथा को स्थान। आकाशवाणी से समय-समय पर कहानियों, लेखों का प्रसारण।
रचना-संसार : ‘एक जटायु और’ (प्रथम कहानी-संग्रह), ‘कौआ’ (कहानी-संग्रह), ‘धूसरित’ (एक न्यायिक जीवनी), ‘जस्टिस वर्सस जुडीशियरी’ (अंग्रेजी में), ‘अंडांटेड’ (निर्भया) अमेरिका से प्रकाशित एक अंग्रेजी उपन्यास।
शीघ्र-प्रकाश्य : ‘अनिता, चाय पीओगी’ (उपन्यास)।
संप्रति : झारखंड सरकार द्वारा गठित कई आयोगों के अध्यक्ष एवं लेखन।
संपर्क : 4 सी, नीलकंठ अपार्टमेंट, टैगोर हिल रोड, मोराबादी, राँची-08।