₹400
घूमना-फिरना मानव की स्वाभाविक प्रवृत्ति है। देशाटन हमेशा से ज्ञानार्जन का सशक्त माध्यम रहा है। आज पर्यटन एक उद्योग का दर्जा हासिल कर चुका है। पर्यटन की दृष्टि से हमारे देश में अनेक अनोखी चीजें, दर्शनीय स्थल, ऐतिहासिक दुर्ग, भव्य एवं प्राचीन महल तथा आध्यात्मिक तीर्थस्थल हैं। दुनिया के सात अजूबों में एक, प्रेम का प्रतीक ताजमहल भारत का प्रतीक बन गया है। विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार पर्यटन को खूब प्रोत्साहन दे रही है।
प्रस्तुत पुस्तक धरती के स्वर्ग कश्मीर से लेकर अंडमान, गोवा, पांडिचेरी, खजुराहो, मांडू, कुल्लू घाटी, कोणार्क, उद्यानों-झीलों के नगर उदयपुर, प्रयागराज, घाटों की नगरी बनारस, सैलानियों का स्वर्ग राजगीर, कालिदास की नगरी उज्जैन, ऐलिफेंटा की गुफाएँ तथा हसीन वादियों का घर दार्जिलिंग आदि स्थलों की रोमांचक और रमणीय सैर कराती है। प्रत्येक स्थल की सांगोपांग जानकारी उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ दी गई है। पुस्तक में विषयवस्तु इस प्रकार से सँजोई गई है कि पढ़ते समय देश भर की रमणीकता और भव्यता पाठक के सामने साकार हो जाती है और मनोहारी दृश्य मानस-पटल पर जीवंत हो जाते हैं।
यह पुस्तक जहाँ सुधी पाठकों को भारत की सैर कराएगी, वहीं बहूपयोगी जानकारी से उनका ज्ञानवर्द्धन भी करेगी।
______________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
विषय-सूची
1. धरती का स्वर्ग : कश्मीर — Pgs. 9
2. शहीदों की पूण्यभूमि : पोर्टलेयर — Pgs. 17
3. दो संस्कृतियों का संगम : पांडिचेरी — Pgs. 23
4. सर्वम सागर-तटों का प्रदेश : गोवा — Pgs. 27
5. तालों में महाताल : नैनीताल — Pgs. 31
6. मनोरम पर्वतीय स्थल : ऊटी — Pgs. 38
7. पृथ्वी का नंदन कानन : वृंदावन गार्डन — Pgs. 43
8. माउंट आबू : गीत गाते पत्थर — Pgs. 46
9. सांप्रदायिक सद्भाव का संगम स्थल : अजमेर — Pgs. 51
10. प्राकृतिक सुषमा की यारी : कन्याकुमारी — Pgs. 56
11. तीर्थों का प्रवेश-द्वारा : ऋषिकेश न्यारा — Pgs. 60
12. लखनऊ हम पर फिदा : हम फिदाए लखनऊ — Pgs. 64
13. भारत का सुंदरतम समुद्र-तट : कोवलम — Pgs. 70
14. खजुराहो के मंदिर : यहाँ पत्थर बोलते हैं — Pgs. 73
15. मांडू : एक प्रेम-स्थली की याद — Pgs. 77
16. पहाड़ों की रानी : मसूरी — Pgs. 81
17. महाबलीपुरम : जहाँ पत्थर भी गाते हैं गीत — Pgs. 86
18. भेड़ाघाट : संगमरमरी चट्टानों के बीच जल-प्रपात — Pgs. 91
19. भारत का प्रमुख पर्यटन केंद्र : मुंबई — Pgs. 94
20. सब नगरों से न्यारी : दिल्ली — Pgs. 100
21. ऐतिहासिक-सांस्कृतिक नगर : भुवनेश्वर — Pgs. 107
22. देश की वियात तीर्थ नगरी : पुरी — Pgs. 111
23. विश्ववियात सूर्य मंदिर : कोणार्क — Pgs. 115
24. कुल्लू : यह देवस्थली है लल्लू — Pgs. 119
25. बर्फीली सुंदरता की रानी : मनाली — Pgs. 123
26. झीलों-उद्यानों का नगर : उदयपुर — Pgs. 127
27. तीर्थराज प्रयाग — Pgs. 132
28. फूलों की घाटी — Pgs. 138
29. हसीन वादियों में अनुपम सौंदर्य का संगम : दार्जिलिंग — Pgs. 142
30. नगरों में महानगर : कोलकाता — Pgs. 147
31. दर्शनीय ऐतिहासिक नगर : सूर्यनगरी जोधपुर — Pgs. 153
32. प्राकृतिक सुषमा से मंडित प्रदेश : सिकिम — Pgs. 158
33. इतिहास एवं संस्कृति से आबाद : हैदराबाद — Pgs. 166
34. चंदन और उद्यानों का सिरमौर : बंगलौर — Pgs. 171
35. पहाड़ों की सुंदर माला : शिमला — Pgs. 177
36. खुशबुओं का खूबसूरत शहर : मैसूर — Pgs. 182
37. प्राचीन ऐतिहासिक नगर : पाटलिपुत्र, कुसुमपुर और पटना — Pgs. 187
38. दक्षिण भारतीय कला-संस्कृति का संगम : चेन्नई — Pgs. 193
39. सैलानियों का स्वर्ग : राजगीर — Pgs. 198
40. चिदंबरम : जहाँ नटराज विराजते हैं — Pgs. 202
41. भारत का पेरिस — Pgs. गुलाबों का गुलाबी शहर : जयपुर — Pgs. 207
42. घाटों की नगरी : वाराणसी — Pgs. 213
43. एलिफैंटा की गुफाएँ — Pgs. 218
44. पर्वतीय प्राकृतिक सुंदरता का आकर्षण केंद्र : रानीखेत — Pgs. 224
45. महाकवि कालिदास की नगरी : उज्जैन — Pgs. 229
46. फतेहपुर सीकरी — Pgs. 233
47. गौतम बुद्ध की साधना-स्थली : बोधगया — Pgs. 238
48. प्रकृति के अनुपम सौंदर्य का दर्शन : लेह-लद्दाख — Pgs. 241
जन्म : 4 जनवरी, 1934।
शिक्षा : मैट्रिक तक। बाद में आकाशवाणी की नौकरी में लगने के साथ अनवरत स्वाध्याय। प्रारंभ में पत्रकारिता की ओर उन्मुख, समाचार संकलन का कार्य। कृतित्व : बालोपयोगी रचना से प्रारंभ करके देश की प्राय: सभी पत्रपत्रिकाओं में शताधिक रचनाओं का प्रकाशन। ‘गुरु गोविंद सिंह’, ‘गुरुनानक’ (बाल साहित्य), ‘शेखचिल्ली की पाठशाला’ (हास्य बाल एकांकी), ‘छोटीबड़ी बातें’ (ललित निबंध)। कई बाल कहानियाँ, महापुरुषों की जीवनियाँ, ‘बालसखा’ पत्रिका में धारावाहिक रूप में प्रकाशित। देश के प्रमुख तीर्थस्थलों एवं पर्यटन पर विशिष्ट रचनाएँ प्रकाशित। संगीत विषयक रचनाएँ, यथा— इंटरव्यू, लेख आदि।
सम्मानपुरस्कार : ‘साहित्यमनीषी’ की मानद उपाधि, ‘कौमुदी सम्मान’, ‘भारतीय कल्याण संस्थान’ की ओर से सम्मानित। ‘नवरंग’ ललित कला केंद्र द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित। विज्ञानज्ञान निकेतन, पटना सिटी द्वारा साहित्यसेवा के लिए सम्मानित।
संप्रति : लेखन, आकाशवाणी से बाल कथा एवं वार्त्ता का प्रसारण।