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"झाँसी के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में डी.एम. रविंद्र कुमार का कार्यकाल नवाचार, समावेशिता और लोगों के कल्याण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से आबद्ध रहा। उनके नेतृत्व ने झाँसी में विकास की एक नई लहर को प्रेरित किया, जिसने इसे एक जीवंत और प्रगतिशील शहर में बदल दिया। इस पुस्तक का उद्देश्य डी.एम. रविंद्र कुमार और उनकी टीम की प्रमुख पहलों और उपलब्धियों को उजागर करना तथा झाँसी के लोगों के जीवन पर उनके काम के प्रभाव को प्रदर्शित करना है। पुस्तक का प्रत्येक अध्याय डी.एम. रविंद्र कुमार के कार्यकाल के एक अलग पहलू पर केंद्रित है।
कार्यालय में उनके शुरुआती दिनों से लेकर प्रौद्योगिकी के उनके अभिनव प्रयोग तक, पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान से लेकर विरासत और पर्यटन को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों तक, हर अध्याय उन रणनीतियों और पहलों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिन्होंने झाँसी के विकास और विस्तार की पटकथा लिखी।
यह प्रेरक पुस्तक डी.एम. रविंद्र कुमार और उनकी टीम की दूरदर्शिता, नेतृत्व और समर्पण के लिए एक विनम्र शब्दांजलि है, जिसने झाँसी को विकास की ऊँचाइयों पर पहुँचाया। यह पुस्तक पाठकों को अपने- अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगी, साथ ही आई.ए.एस. की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों का भी मार्गदर्शन करेगी। अपूर्व दूरदृष्टि, अप्रतिम इच्छाशक्ति और संपूर्ण समर्पण के साथ दायित्व का निर्वहन करने को सदैव तत्पर झाँसी के डी.एम. रहे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रविंद्र कुमार के कर्तृत्व पर अंतर्दृष्टि डालती प्रेरक पुस्तक ।"
हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक महेश दत्त शर्मा का लेखन कार्य सन् 1983 में आरंभ हुआ, जब वे हाईस्कूल में अध्ययनरत थे। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी से 1989 में हिंदी में स्नातकोत्तर। उसके बाद कुछ वर्षों तक विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए संवाददाता, संपादक और प्रतिनिधि के रूप में कार्य। लिखी व संपादित दो सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाश्य। भारत की अनेक प्रमुख हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक विविध रचनाएँ प्रकाश्य।
हिंदी लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अनेक पुरस्कार प्राप्त, प्रमुख हैं—मध्य प्रदेश विधानसभा का गांधी दर्शन पुरस्कार (द्वितीय), पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलाँग (मेघालय) द्वारा डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति पुरस्कार, समग्र लेखन एवं साहित्यधर्मिता हेतु डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान, नटराज कला संस्थान, झाँसी द्वारा लेखन के क्षेत्र में ‘बुंदेलखंड युवा पुरस्कार’, समाचार व फीचर सेवा, अंतर्धारा, दिल्ली द्वारा लेखक रत्न पुरस्कार इत्यादि।
संप्रति : स्वतंत्र लेखक-पत्रकार।