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हिंदू देवी-देवताओं के नयनाभिराम और सुंदर चित्र भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं तथा उनमें आस्था एवं भक्तिभाव की अजस्र धारा प्रवाहित कर देते हैं। पर कम ही लोग इन चित्रों में प्रदर्शित विभिन्न स्वरूपों के बारे में ज्ञान रखते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक हिंदू कलेंडर कला के इन चित्रों के रहस्यों को सुलझाने का एक सुंदर प्रयास है। इसमें बताया गया है—
गणेश सभी बाधाओं को दूर करनेवाले देवता हैं।
शेर पर सवार चामुंडा प्रकृति पर अपने प्रभुत्व का संकेत करती है।
अपनी हथेली को उठाकर देवी अपने भक्तों से कहती हैं कि डरने की जरूरत नहीं है।
गणेश का एक टूटा हुआ दाँत संयम का प्रतीक है।
भू-देवी, यानी गाय के रूप में पृथ्वी लक्ष्मी का दूसरा रूप है।
हिंदुओं की आस्था के केंद्रबिंदु देवी-देवताओं के चित्रों के माध्यम से धार्मिक नवजागरण का मार्ग प्रशस्त करती एक पठनीय पुस्तक।
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अनुक्रमणिका
लेखकीय—7
आभार—9—
1. गणेश का रहस्य—13
2. नारायण का रहस्य—45
3. अर्द्धनारी का रहस्य—71
4. शिव का रहस्य—91
5. देवी का रहस्य—117
6. विष्णु का रहस्य—135
7. ब्रह्मा का रहस्य—167
देवदत्त पटनायक पेशे से चिकित्सक हैं। वे काफी समय से नेतृत्व, उद्यमशीलता, ब्रांडिंग और प्रबंधन से संबंधित मामलों में पौराणिक कथाओं की प्रासंगिकता पर विस्तार से व्याख्यान देते हैं। इस समय के फ्यूचर ग्रुप में मुख्य विश्वास अधिकारी और संस्कृति सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं, स्टार टी.वी. और अनेक टी.वी. चैनलों के लिए वे सलाह देते हैं। युवा वर्ग के लिए उन्होंने 25 पुस्तकें और 400 से अधिक लेख लिखे हैं। भारत में वे भारतीय पौराणिक ग्रंथों के माध्यम से मैनेजर को प्रबंधन के कौशल-मंत्र सिखाने वाले जादूगर हैं।