₹350
पिछले कई साल से देश वाकई बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है। बहुत सारी अजीबो-गरीब चीजें हुई हैं। नोटबंदी हुई, बीफ बैन हुआ, जस्टिन बीबर आया, जी.एस.टी. आया, स्मॉग आया, प्लास्टिक के चावल आए, फेक न्यूज आई, सर्जिकल स्ट्राइक आई, बिप्लब देब आए और बहुत कुछ आया। उसी सिलसिले में हादसे की तरह यह किताब भी आ गई। इसको आने में देर इसलिए हुई, क्योंकि ऊपर की बाकी सारी चीजों को अपने पन्नों के कंधों पर उठाने की जिम्मेदारी इसी की थी। तो हर खासो आम को ताकीद की जाती है कि वे भावनाओं और भाव-भंगिमाओं के साथ पुस्तक का पाठ करें। इस किताब को लिखने में खुद को छोड़कर किसी भी इनसान, जानवर, पक्षी, कीट-पतंगे को नुकसान नहीं पहुँचाया गया है। भाषा का इतना ज्यादा ध्यान रखा गया है कि इसे आप परिवार के साथ बैठकर पढ़ सकते हैं। रिश्तेदार को गिफ्ट कर सकते हैं। इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। हाँ, अभी तक यूनेस्को ने इसे वर्ल्ड की बेस्ट किताब घोषित नहीं किया है और हम चाहेंगे भी नहीं कि यूनेस्को ऐसी फेक न्यूज को अपनी लिखा-पढ़ी में स्थान दे। किताब में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है कि फैक्ट्स पूरे सही हों और गप्प पूरी तरह से गप्प, अगर इनमें से कुछ भी मिसिंग लगे या कुछ कहने-सुनने का मन हो तो लेखक को सोशल मीडिया पर खोजकर सिर्फ तारीफ करें। क्योंकि सोशल मीडिया पर गंदगी फैलाने से हमारे प्रधानमंत्री ने मना किया है।
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अनुक्रम
लेखकीय —Pgs. 7
बचेंगे तो सिर्फ बैलेंसवादी —Pgs. 13
हमने जादूगर चुना है, पीएम नहीं —Pgs. 16
इंडिया अभी तैयार नहीं है —Pgs. 19
पहलाज निहलानी बेवफा है —Pgs. 22
हम मैच की रिपोर्टिंग नहीं करेंगे —Pgs. 24
गाय माता है या राष्ट्रीय पशु, कन्फर्म करो —Pgs. 26
बैंक में पैसा कम, तो जाएगी किडनी —Pgs. 28
प्रियंका के पैर —Pgs. 32
यूपी-बिहार में वर्ल्ड टोबैको डे —Pgs. 34
जकरबर्ग की डिग्री —Pgs. 36
तेजस एक्सप्रेस-रेल मंत्रालय की भारी भूल —Pgs. 38
भरोसे का दूसरा नाम : भारतीय रेल —Pgs. 40
चीन को हराया, बड़ा मजा आया —Pgs. 42
GST मतलब गुड नाइट स्वीट ड्रीम्स, टेक केयर —Pgs. 44
सिर्फ मार खाने के लिए बना साधु —Pgs. 46
‘गरमी बहुत है’ मंत्र —Pgs. 48
रैंसमवेयर से बचने के जंबूद्वीपीय उपाय —Pgs. 50
मुबारक हो, खुलासा हुआ है —Pgs. 52
काश, एटीएम भी ईवीएम की तरह हैकिंग प्रूफ होते —Pgs. 54
गुजरात में प्याज का क्या काम —Pgs. 56
कड़ी निंदा का लाइसेंस —Pgs. 58
जस्टिन बीबर भारत से क्यों भागा —Pgs. 60
यूपी में रामराज्य का सुबूत देखकर इंद्र का सिंहासन काँपा —Pgs. 65
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की खाली पोस्ट —Pgs. 67
गोंडा कितना गंदा है, गंदा जैसे डस्टबिन —Pgs. 69
बच्चे की नैपी बदलने से ज्यादा आसान है, चैनल खोलना —Pgs. 71
यमराज लला हम आएँगे —Pgs. 73
कार्बनकाल में मोहब्बत का धुआँ —Pgs. 76
स्पेशल का मारा, त्योहार हमारा —Pgs. 78
सबसे ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड —Pgs. 81
कैशलेस इकॉनमी पर बाबा बेसलेस —Pgs. 84
गोलू का नाम तैमूर —Pgs. 88
गुटखा, गोश्त, जींस और प्यार के बाद गमले और गुलाब पर बैन —Pgs. 90
अक्षय की फिल्म न देखना, देशद्रोह —Pgs. 92
एग्जाम की तैयारी के मारक टिप्स —Pgs. 95
प्लास्टिक का चावल और चीनी तो आ गई, पूरी थाली कब आएगी —Pgs. 98
कैसे टूटती हैं शादियाँ? —Pgs. 101
फट्टा टॉकीज वालों को 16D का लालच न दो —Pgs. 105
गौमाता का इंटरव्यू —Pgs. 108
भूखे शेर का इंटरव्यू —Pgs. 112
गधे का ओपन लेटर —Pgs. 115
कैसे बँटे नेशनल अवॉर्ड्स —Pgs. 118
त्योहार टेक ओवर करने की टेक्नोलॉजी —Pgs. 120
काला धन अर्थात् कलयुग का गीता ज्ञान —Pgs. 122
शाहरुख खान का रिटायरमेंट प्लान सुरक्षित —Pgs. 124
व्हाट्सऐप से सारी समस्याओं का अंत, तुरंत —Pgs. 126
शादियों पर हो गई सर्जिकल स्ट्राइक —Pgs. 130
भावुक तो हम भी हैं, मोदीजी —Pgs. 133
दिल्ली फिर मुसीबत में —Pgs. 136
देश एकता के सूत्र में —Pgs. 140
भगवान् किसी को बीच का भाई न दे —Pgs. 144
किसी को एड्स हो जाए, बालतोड़ न हो —Pgs. 147
ऐड देखकर मौत खरीदो —Pgs. 151
ऑफिस की कॉफी ने मारा —Pgs. 154
क्या तुम्हें भी तेरे नाम ने ठगा —Pgs. 158
सेक्स इज गंदी चीज —Pgs. 162
सूत्रों के हवाले से खबर आई है —Pgs. 165
बिप्लब के बयान, हँसने का नहीं अमल करने का —Pgs. 167
जकरबर्ग के काम आया दिल्ली का लाल, केजरीवाल —Pgs. 169
डेटा लीक की सरकारी स्ट्रैटजी —Pgs. 171
मोदीजी का शिकार हुआ नीरव मोदी —Pgs. 173
प्रिया प्रकाश की हिम्मत की आँख —Pgs. 175
आशुतोष उज्ज्वल नाम है। राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र अमेठी धाम है। आप जज करें, इससे पहले बता दें कि तमाम महापुरुषों की तरह इनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गाँव के पास के स्कूल में संपन्न हुई। उच्च शिक्षा के लिए विदेश यानी लखनऊ जाना पड़ा। वहाँ तीन साल अथक परिश्रम के बावजूद क्रिश्चियन कॉलेजवालों ने पास करके नहीं दिखाया। कानपुर यूनिवर्सिटी के एक ‘पास करानेवाले टीचर’ ने स्वतः संज्ञान लेकर फॉर्म भरवाया, इस तरह 6 साल में बी.ए. कंप्लीट हुआ। 22 वर्ष की बाल्यावस्था में विवाह, 24 वर्ष की अल्पायु में पापा बनने का सौभाग्य। घर का खर्च चलाने के लिए गाँव में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोली लेकिन ग्राहकों की उधारेच्छा के फलस्वरूप बंद करनी पड़ी। बनारस जाकर कुछ दिन गंगा किनारे पड़े रहे। कुछ इग्नोर करणीय काम वाम भी किया। उसके बाद दी लल्लनटॉप वेबसाइट में ‘लिखेगा नहीं तो मरेगा’ स्कीम के तहत लेखक और लैपटॉप पत्रकार का काम कर रहे हैं। इंगलिश और ज्योतिष से कट्टी है, इसलिए फ्यूचर टेंस के बारे में हर सवाल टाल जाते हैं।