₹250
ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक, विचारक, दाशर्निक और शिक्षक के रूप में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने प्रत्येक भारतीय को सदैव प्रेरित किया है। उनके जीवन, कॅरियर और लेखन ने कोटि-कोटि भारतीयों का मार्गदर्शन किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया है। वे हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन हर भारतीय के हृदय में हमेशा उनका स्थान रहेगा। वे समाज और देश के प्रति अपने कर्तव्यों को लेकर हमारे मन में सदैव ज्ञान की ज्योति जलाते रहेंगे।
प्रस्तुत पुस्तक ‘डॉ. कलाम : प्रेरणा की उड़ान’ उनके सहज-सरल, अनुकरणीय जीवन का एक विशद् विवेचन करती है। इस पुस्तक का उद्देश्य भारत के सर्वांगीण विकास के डॉ. कलाम के स्वप्न को साकार करने की प्रबल इच्छाशक्ति जाग्रत् कराना है, ताकि भारत के छात्र-युवा-आमजन प्रेरणा ले सकें।
यह पुस्तक पढ़कर छात्रों को भारतीय रक्षा और अनुसंधान विकास में एरोनॉटिकल इंजीनियर, मिसाइल इंजीनियरिंग, उपग्रह प्रक्षेपण यान तकनीक के क्षेत्र में डॉ. कलाम के अनगिनत योगदानों के विषय में और ज्यादा जानने का अवसर मिलेगा। स्वप्न देखकर उन्हें साकार करने की क्षमता प्राप्त करने की उड़ान भरने में यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी।
_______________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
संदेश — Pgs. 13
डॉ. कलाम : प्रेरणा की उड़ान — Pgs. 15
मेरी बात — Pgs. 17
आभार — Pgs. 19
1. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को जानिए — Pgs. 24
2. प्रारंभिक जीवन — Pgs. 30
3. कलाम की शिक्षा — Pgs. 36
4. डी.आर.डी.ओ. में कलाम के वर्ष — Pgs. 44
5. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) — Pgs. 53
6. मिसाइल मैन — Pgs. 56
7. राष्ट्रपति के रूप में डॉ. कलाम — Pgs. 66
8. डॉ. कलाम की ओर से राष्ट्रपति भवन में की गई पहल — Pgs. 70
9. कलाम और आध्यात्मिकता — Pgs. 82
10. महाप्रयाण — Pgs. 94
11. छात्रों और युवाओं के लिए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की दस शपथ — Pgs. 96
12. डॉ. कलाम के अमरवाक्य — Pgs. 98
संदर्भ — Pgs. 103
कार्बनिक रसासन में एम.एस-सी. की उपाधि और औषधीय रसायन में एलेंबिक लिमिटेड के अनुसंधान सहयोग से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त। व्यापक कार्यकारी प्रबंधन के लिए आई.आई.एम., लखनऊ द्वारा प्रमाणित किया गया है।
गुजरात विश्वविद्यालय से कानून स्नातक की उपाधि के साथ हृ्नरुस््नक्त्र विश्व-विद्यालय द्वारा पेटेंट के विषय में उन्हें विशेष रूप से अभ्यास कर प्रमाणित किया गया है।
15 वर्षों के व्यावसायिक जीवन में उन्होंने ज्यादातर समय में डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी एवं केडिला फार्मास्यूटिकल में अपनी सेवा दी। भारत सरकार द्वारा बौद्धिक संपदा संबंधित नीति बनाने के लिए प्रबुद्ध मंडल की रचना की गई, जिसमें मंडल के सदस्य रहे और भारत की बौद्धिक संपदा संबंधित नीति बनाने में उनका सक्रिय सहयोग रहा।
उनके अनुसंधान की फलश्रुति स्वरूप अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पत्रिका में 14 अनुसंधान एवं समीक्षा लेख उन्होंने लिखे हैं, जिसमें 8 पेटेंट के आवेदन भी शामिल हैं : ‘बौद्धिक संपदा संबंधित सामरिक प्रबंधन’, ‘नवोन्मेष एवं ज्ञान संबंधित प्रबंधन’, ‘प्रौद्योगिकी लाइसेंस एवं बौद्धिक संपदा संबंधित नीतिगत संचालन’, ‘कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी की पहल संबंधित व्यापार प्रबंधन’ में उनकी विशेष योग्यता व रुचि रही है।