₹300
इस छोटी सी पुस्तक में आपको लगेगा कि आपके विचारों में इतनी शक्ति है कि उसे ठोस रूप देकर आप अनंत संभावनाएँ तलाश सकते हैं। यह पुस्तक आपको पुराने, ठस्स हो चुके विचारों को परे धकेलने में सहूलियत देगी, जो आपकी सोच पर बोझ बने हुए हैं। वास्तविकता परखने के लिए भाँति-भाँति के तर्कों से भरी पुस्तकें आपने पढ़ी हैं; मगर इस पुस्तक में सरलता से प्रयुक्त किए जानेवाले नौ प्रयोग हैं, जो समय के अनुकूल आजमाए हुए हैं। इससे आपको रोजमर्रा की जिंदगी में कोई भी निर्णय लेने के समय दिमाग में पहले से स्थित विचारों को तात्कालिक वास्तविकता के हिसाब से ढालने में मदद मिलेगी। अपनी दोनों आँखों से इस आईने में झाँकने पर लगेगा कि आप अपने दिमाग को नए तारों से
जोड़ रहे हैं और पुरानी लीक की जगह नई लीक बन रही है। आपके दिमाग का मुक्त होना इस बात पर निर्भर है कि वैज्ञानिक प्रयोगों से सीखने के बाद आप किस प्रकार नई संभावनाओं के रास्ते पर खुद को ले जाते हैं।
विचारों को प्रखरता और धारदार बनाने के लिए एक आवश्यक पुस्तक।
____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
भूमिका —Pgs.7
प्रस्तावना —Pgs.9
आभार —Pgs.23
परिचय—लहर का धराशायी होना : जहाँ हम सीखते हैं कि हमें बेहद गलत जानकारी है —Pgs.27
प्रारंभिक बातें —Pgs.45
प्रयोग-1
अनुपालन का छठा सिद्धांत : अदृश्य ऊर्जा शक्ति और असीम संभावनाएँ —Pgs.49
प्रयोग-2
वोल्क्सवैगन जेटा सिद्धांतऌ :आप क्षेत्र को प्रभावित करें और इसमें से अपनी आस्था व उम्मीदों के अनुसार निकालें —Pgs.61
प्रयोग-3
अल्बी आइंस्टाइन सिद्धांत : आप भी हैं ऊर्जा के क्षेत्र —Pgs.70
प्रयोग-4
गुप्त मंत्र, जादू-टोना वाला सिद्धांत :विस्तार में आप किस पर फोकस करते हैं? —Pgs.80
प्रयोग-5
डियर एबी सिद्धांत :एफ.पी. के संपर्क स्थापित करने से बिल्कुल सही और असीमित दिशा-निर्देश मिलते हैं —Pgs.99
प्रयोग-6
सुपर हीरो सिद्धांत :पदार्थ को प्रभावित करती है आपकी चेतना और आपके विचार —Pgs.112
प्रयोग-7
जेनी क्रेग सिद्धांत : ‘आपकी चेतना और आपके विचारों ने आपके शरीर को अपने अंदर सँजोकर रखा हुआ है।’ —Pgs.125
प्रयोग-8
101 डैल्मेशियंस सिद्धांत :आप ब्रह्मांड की हर चीज और हर दूसरी चीज से जुड़े हैं। —Pgs.134
प्रयोग-9
मछली और ब्रेड सिद्धांत :ब्रह्मांड अनंत, प्रचुर और सारी युक्तियों को आत्मसात् करनेवाला है। —Pgs.145
और अब चलते-चलते आपस में प्रत्येक को ऊपर उठाएँ। —Pgs.158
पाम ग्राउट अब तक उन्नीस पुस्तकें लिख चुकी हैं, जिनमें तीन नाटक और एक टेलीविजन धारावाहिक शामिल हैं। वे कई इ-मेल पत्रिकाओं के लिए कॉलम तथा ‘पीपुल’ मैगजीन के लिए नियमित रूप से लिखती हैं। पाम ग्राउट की प्रिय पत्रिका है—‘द हफिंगटन पोस्ट’ और उनका यात्रा ब्लॉग है—
www.georgeclooneyslepthere.com। उनके बारे में और ज्यादा जानकारी उनकी वेबसाइट www.pamgrout.com पर प्राप्त कर सकते हैं।