Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Ek Aur Sindbaad   

₹350

Out of Stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Usha Yadav
Features
  • ISBN : 9789386871268
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Usha Yadav
  • 9789386871268
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2018
  • 184
  • Hard Cover
  • 250 Grams

Description

‘एक और सिंदबाद’ पुस्तक एक बाल-उपन्यास तथा कुछ बाल कहानियों का संकलन है। एक ऐसा मनोरम गुलदस्ता, जिसमें विविध रंग और गंध के फूल सजे हुए हैं। रोचक-प्रेरक बाल उपन्यास ‘एक और सिंदबाद’ में बच्चों को स्वस्थ जीवन-मूल्यों से जोड़ने का प्रयास है। आज समाज में दूसरों की होड़ और नकल में पड़कर असंतोष रखने की समस्या बढ़ रही है। पैसे की अंधी चमक के पीछे भागने से दुःख और पछतावा ही कथानायक कुशाग्र के हाथ लगता है। पर अपनी गलतियों से सीख लेकर वह एक और सिंदबाद क्यों नहीं बन सकता, यही संदेश यह उपन्यास देता है। रोचक घटनाओं का सुगुंफन बाल एवं किशोर पाठकों को अंत तक बाँधे रखने में समर्थ है।
कुछ ऐसा ही आकर्षण ‘चाँद किरण’, ‘सच्ची दीवाली’, ‘गुल्लक’ आदि कहानियों में है, जो बच्चों को एक स्वस्थ समाज के निर्माण की प्रेरणा देंगी।
‘हारिए न हिम्मत’ में विपरीत परिस्थितियों में भी मनोबल बनाए रखने की सीख है, तो ‘नन्ही परी जादुई छड़ी’ व ‘मास्टरजी’ में प्यार और विश्वास की जीत है।
बालमन को मोहने में सक्षम संग्रह की सभी कहानियाँ एक से बढ़कर एक हैं। विश्वास है, बालकों में संस्कार और विचार विकसित करने में ये सफल होंगी।

__________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________

अनुक्रम

1. एक और सिंदबाद—7

2. चाँद-किरन—95

3. सच्ची दीवाली—105

4. नन्ही परी और जादुई छड़ी—113

5. गुल्लक—119

6. मास्टरजी—127

7. चुनौती—132

8. तीसरी आपदा—141

9. अपना-अपना फर्ज—147

10. अगिया बैताल की कथा—154

11. हारिए न हिम्मत—161

12. समय की कीमत—166

13. हिरनावती (ब्रज की लोककथा)—170

14. खेल-खेल में—178

The Author

Usha Yadav

जन्म : कानपुर (उ.प्र.) में।
शिक्षा : एम.ए. (इतिहास, हिंदी), पी-एच.डी., डी.लिट्.।
प्रकाशन : ‘टुकडे़-टुकडे़ सुख’, ‘सपनों का इंद्रधनुष’, ‘जाने कितने कैक्टस’, ‘चाँदी की हँसली’, ‘सुनो जयंती’, ‘उषा यादव : संकलित कहानियाँ’ (कहानी संग्रह); ‘प्रकाश की ओर’, ‘एक और अहल्या’, ‘धूप का टुकड़ा’, ‘आँखों का आकाश’, ‘कितने नीलकंठ’, ‘कथांतर’, ‘अमावस की रात’, ‘काहे री नलिनी’, ‘नन्ही लाल चुन्नी’, ‘महालया’, ‘दीप अकेला’ (उपन्यास); ‘सागर-मंथन’ (नाटक); ‘वासंती मन’ (काव्य); ‘हिंदी की श्रेष्‍ठ बाल कहानियाँ’, ‘यहाँ सुमन बिखेर दो’, ‘बाल विमर्श और हिंदी बाल साहित्य’ (संपादन)।
कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, जीवनी, इतिहास आदि विविध विधाओं में बाल साहित्य की लगभग तीन दर्जन पुस्तकें प्रकाशित।
सम्मान : उ.प्र. हिंदी संस्थान, लखनऊ का ‘बाल-साहित्य भारती सम्मान’, 2003 में विश्‍वविद्यालय स्तरीय सम्मान, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, द्वारा ‘भारतेंदु हरिश्‍चंद्र पुरस्कार’ (प्रथम), म.प्र. साहित्य अकादमी का अ.भा. वीरसिंह पुरस्कार, विभिन्न विश्‍वविद्यालयों में कृतित्व पर पाँच शोधकार्य संपन्न।

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW