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आज वैश्विक तापन (ग्लोबल वॉर्मिंग) संपूर्ण विश्व में तात्कालिक चिंता का विषय बना हुआ है। वैश्विक तापन के परिणामस्वरूप उत्पन्न पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय समस्याएँ, विशेष रूप से मौसम एवं जलवायु में परिवर्तन, जैव-विविधता में ह्रास, बढ़ती प्राकृतिक आपदाएँ एवं संक्रामक बीमारियाँ गंभीर चुनौती के रूप में हमारे सामने हैं।
वैश्विक तापन को नियंत्रित करने की दिशा में सक्रिय पहल ही संपूर्ण विश्व को विध्वंस से बचा सकती है। प्रस्तुत पुस्तक में ग्लोबल वॉर्मिंग के फलस्वरूप पर्यावरण, जैव-विविधता, प्राकृतिक आपदाओं एवं मानव स्वास्थ्य पर पड़नेवाले दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए सतत विकास हेतु ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रबंधन पर प्रकाश डाला गया है।
ग्लोबल वॉर्मिंग के आसन्न खतरों एवं उसके बढ़ते दुष्प्रभावों की ओर जनमानस का ध्यान आकर्षित करनेवाली बहूपयोगी पुस्तक।
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अनुक्रम
1. वैश्विक तापन : परिभाषा एवं अर्थ-विस्तार — Pgs. 9
2. वैश्विक तापन के कारक — Pgs. 23
3. वैश्विक तापन के प्रभाव — Pgs. 46
4. वैश्विक तापन से मौसम और जलवायु में परिवर्तन — Pgs. 56
5. वैश्विक तापन और बदलता पर्यावरण — Pgs. 77
6. वैश्विक तापन और जैव-विविधता — Pgs. 91
7. वैश्विक तापन और प्राकृतिक आपदाएँ — Pgs. 109
8. वैश्विक तापन और मानव स्वास्थ्य — Pgs. 126
9. वैश्विक तापन और सतत विकास — Pgs. 136
10. वैश्विक तापन का प्रबंधन — Pgs. 141
शब्दावली — Pgs. 149
संदर्भ-सूची — Pgs. 155
डॉ. दिनेश मणि
जन्म : 15 जून, 1965, सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)।
शिक्षा : एम.एस-सी. (गोल्ड मेडलिस्ट), डी.फिल., डी.एस-सी. (सभी परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी में अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण) तथा विज्ञान व्यास, विज्ञान रत्न, विज्ञान वाचस्पति।
संप्रति : प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय।
रचना-संसार : विगत तीस वर्षों से विज्ञान के लोकप्रियकरण में संलग्न। विभिन्न वैज्ञानिक विषयों पर हिंदी में लगभग 50 एवं अंग्रेजी में 12 पुस्तकें प्रकाशित। विभिन्न वैज्ञानिक पुस्तकों में
30 अध्याय, 105 शोधपत्र, 1000 से अधिक लोकप्रिय विज्ञान के आलेख प्रकाशित। अब तक डॉक्टरेट उपाधि हेतु 20 शोधछात्रों का निर्देशन। दूरदर्शन एवं आकाशवाणी इलाहाबाद से अनेक वार्त्ताएँ प्रसारित।
सम्मान-पुरस्कार : ‘विज्ञान’ (मासिक) के कुशल संपादन हेतु उ.प्र. हिंदी संस्थान द्वारा ‘सरस्वती नामित पुरस्कार’, ‘डॉ. संपूर्णानंद नामित पुरस्कार’, एवं ‘बाबूराव विष्णु पराड़कर नामित पुरस्कार’, केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा ‘शिक्षा पुरस्कार’, विज्ञान परिषद् प्रयाग का ‘विज्ञान परिषद् शताब्दी सम्मान’, केंद्रीय हिंदी संस्थान,
नई दिल्ली का ‘आत्माराम पुरस्कार’, ‘आई.सी.एम.आर. पुरस्कार’, विज्ञान परिषद् प्रयाग का ‘विज्ञान पत्रिका शताब्दी सम्मान’ सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान।
संपर्क : 35/3, जवाहर लाल नेहरू रोड, जॉर्ज टाउन, प्रयागराज-211002
ई-मेल : dineshmanidse@gmail.com