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Hamare Balasahab Devras   

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Author Ram Bahadur Rai , Rajeev Gupta
Features
  • ISBN : 9789386300508
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1
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More Information

  • Ram Bahadur Rai , Rajeev Gupta
  • 9789386300508
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1
  • 2019
  • 456
  • Hard Cover

Description

बालासाहब देवरसजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीसरे सरसंघचालक थे। उनका जीवन अत्यंत सरल था तथा वे मिलनसार प्रवृत्ति के थे, परंतु प्रसिद्धि से कोसों दूर रहने के साथ-साथ वे कुशल संगठक और दूरदृष्टा थे। बालासाहबजी के जीवन को समझने हेतु पाठकों के लिए इस पुस्तक में बाबू राव चौथाई वालेजी का संस्मरण उल्लेखनीय है। पुणे में चलनेवाली बसंत व्याख्यानमाला में हुए बालासाहबजी के ऐतिहासिक भाषण ने इस बात को प्रमाणित किया कि वे सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। उन्होंने अपने एक भाषण में कहा था, ‘‘यदि छुआछूत पाप नहीं है तो इस संसार में कुछ भी पाप नहीं है। वर्तमान दलित समुदाय जो अभी भी हिंदू है, जिन्होंने जाति से बाहर होना स्वीकार किया, किंतु विदेशी शासकों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन स्वीकार नहीं किया।’’ 
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर शासन द्वारा लगाए गए तीनों प्रतिबंधों (वर्ष 1948, 1975 और 1992) के बालासाहबजी साक्षी रहे थे। उनके कार्यकाल में ही देश के अंदर कई ऐतिहासिक घटनाएँ घटित हुईं—ऑपरेशन ब्लू स्टार हुआ, पंजाब की समस्या, आरक्षण विवाद, शाहबानो प्रकरण, अयोध्या आंदोलन चला इत्यादि।
ऐतिहासिक पुरुष बालासाहब देवरसजी के प्रेरणाप्रद जीवन का दिग्दर्शन कराती पठनीय पुस्तक।

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अनुक्रम

पुरोकथन : रामबहादुर राय—5

पुस्तक के बारे में... : राजीव गुप्ता—45

खंड-1

व्यतित्व

1. जीवन परिचय

परिवर्तन के अग्रदूत : विजय कुमार, विश्व हिंदू परिषद्—55

2. जैसा देखा-समझा

1. हमारे बालासाहब : दोपंत ठेंगड़ी, भारतीय मजदूर संघ—63

2. मेरे देखे हुए परम पूजनीय श्री बालासाहब देवरस : बाबूराव चौथाई वाले, श्री बालासाहब देवरस के निजी सचिव—75

3. बालासाहब देवरस : शरद हेबालकर, सचिव-इतिहास संकलन योजना—110

4. बालासाहब का व्यतित्व : श्रीरंग अरविंद गोडबोले—138

खंड-2

महवपूर्ण भाषण

1. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

1. कार्य का लक्ष्य—151

2. अचल व्यतित्व श्रीगुरुजी—158

3. संघ संस्थापक का वैशिष्ट्य—164

2. राजनीति

1. राष्ट्र-जीवन की अग्नि-परीक्षा—168

2. हिंदू हित-विरोधियों को मत न दें—184

3. टूटती कांग्रेस का विकल्प : हिंदू संगठन—190

4. अल्पसंयकवाद : एक विष-बेल—199

3. समाज

1. सामाजिक समता और हिंदू संगठन—211

2. हिंदू संगठन : एक राष्ट्रीय आवश्यकता—222

4. ज्वलंत प्रश्न

1. हिंदुत्व : तव और व्यवहार—241

2. सत्य का उद्घोष करें—256

5. अन्य

1. जमशेदपुर का भाषण—276

2. पंजाब समस्या : समाधान की दिशा—297

3. समस्याओं के समाधान की कसौटी—312

खंड-3

लेख, पत्र और दस्तावेज

1. दस्तावेज (गुरुजी का पत्र)—333

2. आपातकाल में प्रधानमंत्री को लिखा प्रथम पत्र—334

3. आपातकाल में प्रधानमंत्री को लिखा द्वितीय पत्र—337

4. आपातकाल में आचार्यकुल सम्मेलन से पूर्व—— श्री विनोबा भावे को लिखा पत्र—341

5. आचार्यकुल सम्मेलन के बाद श्री विनोबा भावे को लिखा पत्र—344

6. जब भगत सिंह को फाँसी दी गई—346

खंड-4

पत्रकार र्वा एवं साक्षात्कार

1. पत्रकार र्वा : पुणे—351

2. पत्रकार र्वा : दिल्ली—353

3. पत्रकार र्वा : राजस्थान प्रांतीय शिविर—375

4. पत्रकार र्वा : कर्णावती—381

5. पत्रकार र्वा : जयपुर—388

6. पत्रकार र्वा : रोटरी लब, दिल्ली—396

7. साक्षात्कार : रामशंकर अग्निहोत्री—405

8. साक्षात्कार : वीरेश्वर द्विवेदी—409

9. साक्षात्कार : राष्ट्रधर्म—413

खंड-5

स्मरण

1. प्रो. राजेंद्र सिंह—421

2. श्री के.एस. सुदर्शन—423

3. श्री माधवराव मूले—426

4. श्री हो.वे. शेषाद्रि—428

5. श्री मोहनराव भागवत—433

6. श्री एकनाथ रानाडे—443

7. पं. बच्छराज व्यास—444

8. श्री बसंतराव ओक—445

9. श्री अशोक सिंहल—448

10. सुश्री उषा ताई चाटी—448

11. श्री भैरोंसिंह शेखावत—449

12. श्री चंद्रशेखर—450

13. श्री एच.डी. देवगौड़ा—450

14. श्री अटल बिहारी वाजपेयी—450

15. श्री लालकृष्ण आडवाणी—451

16. श्री नारायण दा तिवारी—452

17. श्री मनोहर जोशी—453

18. श्री दिग्विजय सिंह—453

19. श्री मुलायम सिंह यादव—453

परिशिष्ट

अयोध्या : चंपत राय—454

The Author

Ram Bahadur Rai
रामबहादुर राय
1946 में गाजीपुर, उत्तर प्रदेश में जन्म। लिख-पढ़कर औपनिवेशिक राज्यव्यवस्था में परिवर्तन के लक्ष्य से 1979 में पत्रकारिता की राह ली। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से (अर्थशास्त्र) में एम.ए.। राजस्थान विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा, मध्य प्रदेश के कला संकाय के अंतर्गत डी.लिट. की मानद उपाधि। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में राष्ट्रीय सचिव का दायित्व निर्वहन किया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रेरणा से बाँग्लादेश मुक्ति संग्राम में सक्रिय रहे। 1974 के बिहार आंदोलन में संचालन समिति के सदस्य रहे, उसी आंदोलन में पहले मीसाबंदी; इमरजेंसी में भी बंदी रहे। ‘हिंदुस्थान समाचार’, ‘जनसत्ता’ और ‘नवभारत टाइम्स’ में रहे। जनसत्ता में संपादक, समाचार सेवा का दायित्व निर्वहन किया। ‘प्रथम प्रवक्ता’ व ‘यथावत’ पाक्षिक के संपादक रहे। वर्तमान में हिंदुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी के समूह संपादक और सदस्य, निदेशक मंडल। ‘यथावत’ हिंदी पाक्षिक में ‘अभिप्राय’ स्तंभ। अध्यक्ष, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र; कुलाधिपति (चांसलर), श्री गुरुगोविंद सिंह ट्राई सेंटेनरी विश्वविद्यालय (एस.जी.टी.यू.); सदस्य, राजघाट गांधी-समाधि समिति; सचिव, अटल स्मृति न्यास; ट्रस्टी, प्रज्ञा संस्थान; प्रबंध न्यासी, प्रभाष परंपरा न्यास; चेरयमैन और ट्रस्टी, सोशल एंड पॉलिटिकल रिसर्च फाउंडेशन (एस.पी.आर.एफ.); सदस्य, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाईब्रेरी सोसायटी; ट्रस्टी, कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट।
पुस्तकें : ‘रहबरी के सवाल’, ‘मंजिल से ज्यादा सफर’, ‘शाश्वत विद्रोही राजनेता आचार्य जे.बी. कृपलानी’, ‘नीति और राजनीति’। अनेक पुस्तकों का संपादन। पद्मश्री सहित अनेक सम्मान।
Rajeev Gupta

संघनिष्ठ स्वयंसेवक, कई पुस्तकों का लेखन और संपादन किया है। भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा पत्रकारिता के लिए सम्मानित। एम.बी.ए. की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत संप्रति प्रबंधन क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय में शोध विद्यार्थी हैं।

 

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