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हिंदी की आद्य महिला संपादक हेमंतकुमारी देवी चौधरी का हिंदी पत्रकारिता में यशस्वी अवदान है । हेमतकुमारी बंग-महिला थीं, किंतु उन्हें पिता से हिंदी -सेवा के संस्कार मिले । सन् 1888 में उन्होंने मध्य प्रदेश के रतलाम से हिंदी मासिक पत्रिका ' सुगहिणी ' का संपादन-प्रकाशन किया । उनका पूरा जीवन हिंदी पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा की सेवा में व्यतीत हुआ । उनके संबंध में बहुत कम लिखा मिलता है, जिसके कारण वे उतनी चर्चित नहीं हुईं, जिसकी कि वे हकदार हैं । प्रस्तुत पुस्तक में हेमंत कुमारी के अनजाने व्यक्तित्व एवं कृतित्व को रेखांकित किया है डॉ. मंगला अनुजा ने ।
हिंदी में स्नातकोत्तर एवं पी- एच. डी. उपाधिधारी डॉ. मंगला अनुजा की अब तक चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं - ' भारतीय पत्रकारिता : नींव के पत्थर ', ' छत्तीसगढ़ : पत्रकारिता की संस्कार भूमि ', ' सुभद्राकुमारी चौहान- मोनोग्राफ ' तथा ' अखबारों में 1857 ' ( संपादित) । संप्रति : माधवराव सप्रे समाचार- पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान, भोपाल की निदेशक ।