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आजकल हर व्यक्ति अपने दिन का एक बड़ा हिस्सा ऑनलाइन बिताता है, चाहे वो खरीदारी करना हो, बिल पेमेंट करनी हो, दोस्त बनाना हो, कार बेचनी हो या घर खरीदना हो, कॉलेज के एडमिशन से लेकर शादी के लिए जीवनसाथी ढूँढ़ने तक आपकी जिंदगी इस ऑनलाइन के मायाजाल में उलझ तो गई ही है।
लगातार हर क्षण एक ऐसी दुनिया अपनी वास्तविक दुनिया के समांतर खड़ी हो रही है, जिसको हम आभासी दुनिया कहते हैं, पर इस दुनिया में वे सारे अपराध संभव हैं, जो असली दुनिया में होते हैं, इस कारण इस दुनिया की अँधेरी सच्चाइयों के प्रति खुद को जागरूक रखना बहुत जरूरी हो गया है।
उत्सुकता बहुत है, जानने की चाह भी, पर इस भागती दुनिया में हमारे पास वक्त कहाँ है कि हम इन दिशा-निर्देशों को सीखें, कोई भी ऐसा ज्ञान या वीडियो बड़ा ही बोरिंग लगने लगता है, जब कोई कहता है कि OTP मत दीजिए, लिंक क्लिक मत कीजिए या फोन पर कोई डिटेल शेयर मत कीजिए।
लेखकद्वय ने अनुभव किया कि लोग दिशा-निर्देश भले ही भूल जाएँ पर उन्हें कहानियाँ याद रहती हैं, तो क्यों न वे ये बातें कहानियों के द्वारा बताएँ और तब इस पुस्तक ‘साइबर क्राइम की रोमांचकारी कहानियाँ’ की जरूरत महसूस हुई।
दरअसल ये कहानियाँ नहीं हैं, बल्कि उन्होंने इनके द्वारा कुछ अनुभव साझा किए हैं। उनका मानना है कि सच्चाइयाँ कल्पना से ज्यादा रोचक होती हैं; ये सच्ची कहानियाँ न सिर्फ आपको साइबर खबरों के प्रति आगाह करेंगी, बल्कि आपको सतर्क भी करेंगी, ऐसे क्रिमिनल्स से निपटने के लिए।
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अनुक्रम
पुराना दोस्त —Pgs. 7
6.5 लाख का एस.एम.एस. 15
अकेली लड़की —Pgs. 25
अंतिम ख्वाहिश —Pgs. 32
एटीएम —Pgs. 51
मोबाइल गेम —Pgs. 57
3700 करोड़ का फेसबुक लाइक —Pgs. 64
एक ऑनलाइन शिकायत और लूट —Pgs. 71
उसके व्हाट्सएप पर आईं पत्नी की नग्न तसवीरें —Pgs. 78
रहस्यमयी दुनिया —Pgs. 86
साइबर दूल्हा —Pgs. 93
डार्क वेब—सिल्क रोड —Pgs. 102
ऑनलाइन नौकरी —Pgs. 109
खतरनाक मोबाइल गेम —Pgs. 116
हनी ट्रैपिंग —Pgs. 126
ऑनलाइन कार बिक्री —Pgs. 136
प्रो. त्रिवेणी सिंह, IPS, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं एवं उत्तर प्रदेश में तैनात हैं। साइबर क्राइम के क्षेत्र में उन्होंने लगभग हर तरह के क्रिमिनल्स को पकड़ा है और 200 से ज्यादा अपराधों में जटिल तकनीक का उपयोग करते हुए हजारों अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुँचाया है। साइबर क्राइम के क्षेत्र में अनुसंधान करते हुए उन्होंने पीएच.डी. भी की है। एमिटी विश्वविद्यालय ने उन्हें प्रोफेसर की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया है।
अमित दुबे एक जाने-माने साइबर क्राइम अन्वेषण विशेषज्ञ हैं। आई.आई.टी. खड़गपुर से शिक्षा प्राप्त सॉफ्टवेयर इंजीनियर अमित भारतीय पुलिस और जाँच एजेंसियों को अपनी सेवाएँ देते हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘Return of the Trojan Horse : Tales of Criminal Investigation’ साइबर क्राइम की सच्ची घटनाओं पर आधारित पहली ऐसी किताब है, जो खासी लोकप्रिय रही। अमित Red FM चैनल पर ‘हिडन फाइल्स’ नाम से एक रेडियो कार्यक्रम भी करते हैं, जिसमें
वे साइबर क्राइम की रोचक कहानियाँ सुनाते हैं।