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इकिगाई’, अर्थात् क्या? पुस्तक में तो इसकी विस्तृति समझा दी ही गई है, परंतु प्रस्तावना पढ़ने के लिए सरलता रहे, इस निर्लेखन के दोष के साथ कहता हूँ कि ‘इकिगाई’ शब्द दो जापानी शब्दों के जोड़ से बना है—‘इकि’ अर्थात् जीवन और ‘गाई’ यानी उद्देश्य। जापान के लोग अपने रोज-ब-रोज के जीवन की व्यावहारिक क्रियाओं के संदर्भ में ‘इकिगाई’ शब्द का प्रयोग करते हैं। ‘इकिगाई’ में मंतव्य को तीन प्रकार से समझा जा सकता है—1. जीवन का हेतु, 2. सुबह जागने का उद्देश्य, और 3. व्यस्त रहने का सुख।