₹400
बुद्धि से संचालित, मूल्यों से प्रेरित इंफोसिस 1981 से ही नए भारत की अग्रणी कंपनी बनी हुई है। सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में इसने अप्रतिम और अद्भुत कार्य किया है और वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
इस कंपनी ने अपनी काम करनेवाले सहयोगियों, प्रबंधकों और शीर्ष नेतृत्व के बीच एक लय, एक समन्वय स्थापित किया है। सभी एकरस होकर केवल कंपनी के उत्थान और विकास के बारे में सोचते हैं।
इस पुस्तक में इंफोसिस की लीडरशिप के रंगमंच के बारे में बताया गया है—वह यह है कि इसके लीडर्स अपनी सफलता में विश्वास करते हैं, और खुले रूप में अपनी पिछली गलतियों को भी स्वीकार करते हैं, ताकि नए लीडर उस तरह की गलतियों से बच सकें।
Infosys की शिखरगाथा पहली पुस्तक है, जिसमें $200 की मूल पूँजी से शानदार शुरुआत करके कई अरब डॉलर की वैश्विक कंपनी बननेवाली इंफोसिस के अनोखे इतिहास, मूल्यों और नेतृत्व के तरीकों के बारे में बताया गया है।
किसी भी कंपनी के विकास के लिए उद्यमशीलता, नेतृत्व कौशल, आवश्यक प्रतिस्पर्धा, कर्तव्यपरायणता आदि तमाम गुणों को विकसित करने की क्षमताओं को सामने लानेवाली प्रेरक कृति Infosys की शिखर गाथा।
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अनुक्रम
प्राक्कथन — Pgs. 5
भूमिका — Pgs. 9
डॉ. मैट बार्ने — Pgs.
1. इंफोसिस में नेतृत्व अतीत से वर्तमान तक — Pgs. 21
टी.एस. श्रीकुमार — Pgs.
2. नेताओं को वस्तुनिष्ठता से मापना — Pgs. 62
डॉ. मैट बार्ने एवं डॉ. सिद्धार्थ पटनायक — Pgs.
3. रणनीतिक नेतृत्व — Pgs. 72
राजेश्वरी मुरली एवं डॉ. मैट बार्ने
4. परिवर्तन नेतृत्व — Pgs. 94
प्रदीप चक्रवर्ती
5. कार्य संचालनात्मक नेतृत्व — Pgs. 124
सत्येंद्र कुमार एवं डॉ. मैट बार्ने
6. प्रतिभा नेतृत्व — Pgs. 146
अशोक काकर
7. संबंध एवं संजाल नेतृत्व — Pgs. 181
डॉ. आरती श्यामसुंदर एवं जेफ कैवनॉफ
8. विषय-वस्तु नेतृत्व — Pgs. 218
चित्रा सरमा
9. उद्यमशीलता नेतृत्व — Pgs. 244
गौरव रस्तोगी
उपसंहार : नेतृत्व का महत्त्व — Pgs. 265
टी.वी. मोहनदास पई
योगदान करनेवालों पर टिप्पणियाँ — Pgs. 267