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जैक मा ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक अलीबाबा के संस्थापक हैं और ई-पेमेंट पोर्टल अलीपे के बड़े हिस्सेदार हैं। मार्च 2022 के आँकड़ों के अनुसार 32.1 बिलियन डॉलर की अनुमानित संपत्ति के साथ वे चीन के चौथे अमीर व्यक्ति हैं। अलीबाबा और जैक मा का पूरा व्यापार चीन से संचालित होता है और हमारे लिए यह जानना रोचक हो सकता है कि किस प्रकार अलीबाबा फेसबुक के मुकाबले अधिक मूल्यवान रहा है और ईबे तथा अमेजन की तुलना में अधिक सामान की डिलीवरी करता है।
जैक मा शून्य से शुरू करके स्वनिर्मित अरबपति हैं। चीन के हांग्जो में जनमे जैक मा का परिवार मध्यम से भी निम्न दर्ज का रहा। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा उनका एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन हैं। माता-पिता पारंपरिक संगीतकार-कथाकार थे, जो पाँच लोगों के परिवार के लिए मुश्किल से ही दो जून का खाना जुट पाते थे।
जैक मा और अली बाबा की कहानी किसी मिथक से कम नहीं है। इसे पढ़ने से औपन्यासिक रस की अनुभूति होती है, जो रोमांचक है और प्रेरक भी।
अपने परिश्रम, लगन, संघर्ष, निर्णय- क्षमता, दूरदृष्टि के बल पर जैक मा के शून्य से शिखर तक पहुँचने की प्रेरक कहानी, जो हर पाठक को जीवन में उत्कर्ष करने के लिए प्रेरित करेगी ।
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप ठाकुर को भारत के प्रमुख मीडिया समूहों (दिल्ली प्रेस, अमर उजाला व दैनिक जागरण) में विभिन्न संपादकीय पदों पर काम करने और विविध विषयों पर लिखने व विश्लेषण प्रस्तुत करने का दो दशक से भी अधिक समय का अनुभव प्राप्त है। उनकी अंग्रेजी में प्रकाशित कृतियाँ हैं : ‘टाटा नैनो : द पीपल्स कार’, ‘कैरीइंग धीरूभाई’, ‘विजन फॉरवर्ड : मुकेश अंबानी’, ‘द शाइनिंग स्टार ऑफ अमेरिका एंड द वर्ल्ड : बराक ओबामा’, ‘द किंग ऑफ स्टील : लक्ष्मी एन. मित्तल’, ‘अन्ना हजारे : द फेस ऑफ इंडिया अगेंस्ट करप्शन’, ‘एंजेलीना
जोली : इज शी द मोस्ट पॉवरफुल सेलिब्रिटी’ और ‘टाइगर इन द वुड्स : द स्टोरी ऑफ नं. 1 स्पोर्ट्स-ब्रांड टाइगर वुड्स’।