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Jeevan ko Safal Nahin, Sarthak Banayen   

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Author Rajesh Maheshwari
Features
  • ISBN : 9788193397404
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Rajesh Maheshwari
  • 9788193397404
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2023
  • 184
  • Hard Cover
  • 300 Grams

Description

जीवन में हमेशा याद रखिए कि—
—मैंने मजबूती माँगी तो प्रभु ने मुझे मजबूत बनाने के लिए कठिनाइयाँ दीं।
—मैंने बुद्धि माँगी, प्रभु ने मुझे समस्याओं को निदान करने के लिए दे दिया। 
—मैंने संपन्नता माँगी तो प्रभु ने मुझे दिमाग देकर इस दिशा में आगे बढ़ने की सीख दे दी।
—मैंने प्रभु से साहस माँगा, प्रभु ने मुझे संकटों को निवारण करने हेतु दे दिया। 
—मैंने प्यार माँगा तो प्रभु ने कठिनाई में जी रहे लोगों की मदद करने का मौका प्रदान किया। 
—मैंने खुशहाली माँगी, प्रभु ने मुझे अवसर दे दिया। 
मैंने जो माँगा वह नहीं मिला, परंतु मुझे जीवन में जो आवश्यकताएँ थीं, वे सबकुछ मिल गई। फादर डेविस ने युवाओं के लिए संदेश दिया है कि जीवन को निडर होकर जिओ, कठिनाइयों का सामना करो और मन में यह दृढ निश्चय रखो कि ऐसा कोई काम नहीं, जिसे तुम नहीं कर सकते।
मानवीय सरोकारों का दिग्दर्शन कराती मर्मस्पर्शी छोटी-छोटी कहानियाँ, जो बड़ा संदेश देती हैं।

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अनुक्रम  
जीवन और हम— Pgs. 7 45. माँ— Pgs. 101
भविष्य और निर्माण— Pgs. 9 46. विनम्रता— Pgs. 103
1. ज्ञानचक्षु— Pgs. 13 47. संघर्ष— Pgs. 104
2. दायित्व— Pgs. 15 48. दूरदृष्टि— Pgs. 105
3. दिशा-दर्शन— Pgs. 16 49. शौर्य दिवस— Pgs. 106
4. गुरु की ममता— Pgs. 18 50. नव जीवन— Pgs. 108
5. कर्म ही पूजा है— Pgs. 20 51. प्रेरणा— Pgs. 110
6. स्मृतियाँ— Pgs. 22 52. ईमानदारी— Pgs. 112
7. राष्ट्र प्रथम— Pgs. 24 53. चुनौती— Pgs. 113
8. सेवा ही धर्म है— Pgs. 27 54. जो सुमिरै हनुमत बलवीरा— Pgs. 115
9. अनुभव— Pgs. 29 55. शांति की खोज — Pgs. 117
10. प्रतिभा— Pgs. 31 56. माफी— Pgs. 119
11. आंतरिक ऊर्जा जगाइए— Pgs. 33 57. कल्लू— Pgs. 121
12. आत्मबल— Pgs. 35 58. पागल कौन?— Pgs. 123
13. सद्विचारों की नींव— Pgs. 37 59. आध्यात्म-दर्पण — Pgs. 125
14. निर्जीव-सजीव— Pgs. 39 60. नारी-शति— Pgs. 126
15. सफलता का नींव — Pgs. 41 61. कर्तव्य— Pgs. 128
16. चयन— Pgs. 43 62. नेता हमारे प्रेरणास्रोत— Pgs. 130
17. हृदय-परिवर्तन — Pgs. 45 63. जीवन को सफल नहीं, 
18. समाधान— Pgs. 47    सार्थक बनाए— Pgs. 132
19. जब जागो, तब सवेरा— Pgs. 49 64. अहंकार— Pgs. 134
20. कर्मफल— Pgs. 51 65. उद्योग और विकास— Pgs. 137
21. दो रास्ते — Pgs. 53 66. शिक्षक का कर्तव्य— Pgs. 139
22. गुरुदक्षिणा— Pgs. 55 67. मित्र की मित्रता— Pgs. 141
23. आत्मनिर्भरता— Pgs. 57 68. कार्य के प्रति समर्पण— Pgs. 143
24. दस्तक— Pgs. 59 69. जीवन-संघर्ष— Pgs. 144
25. जनआकांक्षा— Pgs. 61 70. गुरु-कृपा— Pgs. 147
26. गुरु-शिष्य— Pgs. 63 71. पड़ोसी धर्म— Pgs. 149
27. जब मैं शहंशाह बना— Pgs. 65 72. प्रिवेंशन इज बैटर देन योर— Pgs. 152
28. मातृ देवो भव:— Pgs. 68 73. अजगर— Pgs. 154
29. जीवन-ज्योति— Pgs. 70 74. तवांग— Pgs. 156
30. परिश्रम — Pgs. 72 75. दु:खों के उस पार— Pgs. 158
31. जादू की यादें— Pgs. 73 76. शिक्षा का दान महादान— Pgs. 160
32. करुणा— Pgs. 75 77. संकल्प साधना— Pgs. 162
33. योजना— Pgs. 77 78. दृढ संकल्प— Pgs. 164
34. उदारता— Pgs. 79 79. जीवन का वह मोड़— Pgs. 166
35. कर्तव्य— Pgs. 80 80. वे शद— Pgs. 169
36. संतोष— Pgs. 82 81. जीवन का सच— Pgs. 171
37. सफलता के सोपान— Pgs. 83 82. बिटिया से बनी पहचान— Pgs. 173
38. जन-सेवा— Pgs. 85 83. आत्मीयता— Pgs. 174
39. स्मृति गंगा— Pgs. 87 84. आत्मविश्वास से सफलता— Pgs. 176
40. गुरुता— Pgs. 89 85. महिलाएँ आत्मनिर्भर बनें— Pgs. 177
41. कालिख— Pgs. 91 86. नेत्रहीन की दृष्टि— Pgs. 179
42. जीवन-दर्शन— Pgs. 93 87. आत्मनिर्भरता— Pgs. 182
43. जीवटता— Pgs. 97 88. वर्तमान में जिएँ— Pgs. 183
44. काली मदिरा— Pgs. 99  

 

The Author

Rajesh Maheshwari

राजेश माहेश्वरी का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में 31 जुलाई, 1954 को हुआ था। उनके द्वारा लिखित ‘क्षितिज’, ‘जीवन कैसा हो’ व ‘मंथन’ (कविता-संग्रह), ‘रात के ग्यारह बजे’ एवं ‘रात ग्यारह बजे के बाद’ (उपन्यास), ‘परिवर्तन’, ‘वे बहत्तर घंटे’, ‘हम कैसे आगे बढ़ें’ एवं ‘प्रेरणा पथ’ (कहानी-संग्रह) तथा पथ-उद्योग से संबंधित विषयों पर पुस्तकें प्रकाशित।
राजेशजी परफेक्ट उद्योग समूह, साउथ एवेन्यु मॉल एवं मल्टीप्लेक्स, सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास चेरिटेबल हॉस्पिटल ट्रस्ट के निदेशक हैं। जबलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एवं लायंस क्लब इंटरनेशनल के अंतरराष्ट्रीय संयोजक के पद पर भी रहे हैं।
अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी, फ्रांस, इंग्लैंड, सिंगापुर, बेल्जियम, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, हांगकांग आदि अनेक देशों की यात्राएँ की हैं। 
संपर्क :  106, नयागाँव हाउसिंग सोसाइटी, रामपुर, जबलपुर (म.प्र.)।
इ-मेल :  perfectjbp@yahoo.co.in

 

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