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Author BHAGWATI PRASAD DOBHAL , Shraddha Pandey
Features
  • ISBN : 9789386300584
  • Language : Hindi
  • ...more

More Information

  • BHAGWATI PRASAD DOBHAL , Shraddha Pandey
  • 9789386300584
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 2017
  • 160
  • Hard Cover

Description

बच्चों की दुनिया बड़ी ही अनूठी होती है। वहाँ कल्पना की उड़ान है, जिज्ञासा की ललक है, अपनों के प्रति प्यार है, कभी तकरार है, अपने अस्तित्व का संघर्ष है तो कहीं अभिभावक तथा अध्यापक के प्रति पूर्ण समर्पण का भाव दिखाई पड़ता है। एक अकेला बच्चा अपने आप में एक पूरी किताब है, जिसे पढ़कर समझ पाना किसी के लिए भी कठिन कार्य है। 
 इन कहानियों के द्वारा यह प्रयास किया गया है कि उस बचपन की रंगीली, सपनीली, झिलमिलाती दुनिया में झाँका जा सके। बच्चे स्वाभाविक रूप से जितने सच्चे और भोले होते हैं, उतना ही कठिन होता है उनके मन को समझ पाना। बच्चों की अनूठी दुनिया का पन्ना-पन्ना रहस्यों से भरा होता है। झिलमिल तारे, आँखों में सारे कहानी-संग्रह की एक-एक कहानी बाल-जीवन के रहस्यों से परदा उठाने तथा बालकों के करीब पहुँचाने में सफल होगी।

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अनुक्रम

भूमिका — 7

1. आई लव यू — 13

2. एक चिट्ठी ऐसी भी — 23

3. दादाजी की पाठशाला — 31

4. बालरंग — 40

5. भरोसा — 46

6. मेरी अस्मिता — 51

7. और शिवा बदल गया — 61

8. चाँद मुट्ठी में — 66

9. कर्यू — 70

10. हार की जीत — 76

11. लकीरें सोच की — 81

12. प्यार की छाँव में — 95

13. सबसे बड़ा उपहार — 107

14. उलझन — 116

15. मिसाल — 120

16. ऋणमुत — 130

17. यादों के झरोखे से — 137

18. भूल — 145

19. सीख — 156

The Author

BHAGWATI PRASAD DOBHAL
Shraddha Pandey

पिछले 25 वर्षों से अध्यापन से जुड़ी श्रद्धा जी को देश तथा विदेश के शीर्षस्थ विद्यालयों में पढ़ाने का लंबा अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में आप पूर्वी दिल्ली में स्थित एल्कॉन पब्लिक स्कूल में अध्यापिका हैं। लंबे समय तक बच्चों से जुड़े रहने के कारण आपकी कहानियाँ रोचक व जीवंत हैं। प्रत्येक पाठक कहानियों से ऐसा जुड़ जाता है, मानो वह कहानी नहीं पढ़ रहा है, बल्कि कहानी का हिस्सा हो, एक कड़ी हो।
आपकी विशेषता है—बालमनोविज्ञान पर आधारित कहानियाँ, जिनके केंद्र में कहीं-न-कहीं बच्चे ही हैं। लघु कहानियों पर आधारित आपकी तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। बहुत कम समय में ही अपनी कहानियों के द्वारा लोगों को बाँध लेने की क्षमता रखने के कारण आपको अनेकानेक सम्मान प्राप्त हुए हैं, जैसे गोमती गौरव सम्मान, वामा सम्मान, शब्दशिल्पी सम्मान, अखिल अणुव्रत न्यास सम्मान, पंडित शिव प्रसाद शिक्षक साहित्यकार सम्मान आदि।

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