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काका हाथरसी हास्यरस के सच्चे कवि ही नहीं, काव्य-ऋषि थे। उनकी कविताओं के तीन रंग हैं—सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक। इन तीनों रंगों में काका हाथरसी ने कभी साहित्यिक शालीनता और शिष्टता की मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया। उनका हास्य गुदगुदाता है, मन में आह्लाद पैदा करता है, समाज की विसंगतियों और विकृतियों का पर्दाफाश भी करता है, लेकिन कभी किसी को दुःख अथवा पीड़ा नहीं पहुँचाता। उनका हास्य चाँदनी की ऐसी रजत-शीतल छटा है, जो निराशा, कुंठा और उदासी के अंधकार को बरबस भगा देती है। इन सब विशेषताओं के साथ उनके हास्य में ऐसी मौलिकता, सहजता, सामाजिक चेतना और साहित्यिक गरिमा है, जो उन्हें अन्य हास्य-कवियों से अलग करके हिंदी के आधुनिक हास्य-व्यंग्य साहित्य में सर्वोच्च स्थान का अधिकारी बनाती है।
काका की कलम का कमाल कार से लेकर बेकार तक, शिष्टाचार से लेकर भ्रष्टाचार तक, परिवार से पत्रकार तक, विद्वान् से गँवार तक, फैशन से राशन तक, रिश्वत से त्याग तक और कमाई से महँगाई तक देखने को मिलता है।
काका हाथरसी के इस संचयन ‘फुलझडि़याँ’ में उनकी ऐसी शिष्ट-विशिष्ट हास्य-व्यंग्य कविताओं का संकलन किया गया है, जो पाठकों को गुदगुदाएँगी, हँसाएँगी भी और सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था पर सोचने पर विवश भी करेंगी।
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अनुक्रम | |||
काका के ठहाके—5 | 130. चेतावनी—111 | 260. पाचन-शक्ति—184 | 390. रेल में साँप—256 |
1. अँगूठा छाप नेता—27 | 131. चैन की साँस—113 | 261. पान की परिभाषा—184 | 391. रेल हड़ताल—257 |
2. अँग्रेजी बंदर—27 | 132. चैन-बेचैन—113 | 262. पापा का तर्क—184 | 392. रैगिंग—258 |
3. अंतर्द्वंद्व—28 | 133. चोटी के कवि—113 | 263. पिटाई का मजा—185 | 393. लक्ष्मी वंदना—258 |
4. अति सर्वत्र वर्जयेत—29 | 134. चोरी की रपट—113 | 264. पिता-पुत्र—185 | 394. लंबाई दुखदाई—258 |
5. अनशन—29 | 135. चौराहे पर सिपाही—114 | 265. पिनक—185 | 395. लखपति—259 |
6. अभिमान—29 | 136. छद्मनाम—114 | 266. पियक्कड़—185 | 396. लड़का-लड़की—259 |
7. अभियान—29 | 137. छापा—115 | 267. पिल्ला—186 | 397. लड़का-लड़की—259 |
8. अमरीका एवं कनाडा-यात्रा पर काका की फुलझड़ियाँ—30 | 138. छापे—116 | 268. पुलिस कांस्टेबिल—187 | 398. लड़ाई और प्यार—260 |
9. अमेरिका में लक्ष्मी—32 | 139. छायावादी कवि—117 | 269. पुलिस-महिमा—187 | 399. लव—260 |
10. अर्थ-कामना—33 | 140. जनसंख्या—117 | 270. पूँजीवादी चुनौती—188 | 400. लव-लक्षण—260 |
11. अलंकरण-हरण—33 | 141. जन्मदिवस—118 | 271. पूत-सपूत—189 | 401. लव-लीला—260 |
12. अवमूल्यन—34 | 142. जम और जँवाई—118 | 272. पेट—189 | 402. लाउडस्पीकर वंदना—263 |
13. अश्रु-विमोचन—34 | 143. जमनेवाले कवि—119 | 273. पेट-पुराण—190 | 403. ला-कर—266 |
14. असली और नकली—36 | 144. जयहिंद—120 | 274. पोस्टकार्ड की फरियाद—192 | 404. लाटरी—266 |
15. असली डाकू—37 | 145. जलेबियाँ—120 | 275. पोस्टमैन—192 | 405. लातों के भूत—267 |
16. आँख और अक्ल—37 | 146. जहाँ न पहुँचे रवि—120 | 276. पौराणिक तथ्य—192 | 406. लिंग भेद—267 |
17. आँखों पर 9 छक्के—38 | 147. जिंदा रिकॉर्ड—121 | 277. प्रश्नोत्तर—193 | 407. लुका-छिपी—269 |
18. आँसू—40 | 148. जूता-युद्ध—121 | 278. प्रसिद्धि-प्रंग—193 | 408. लूट—270 |
19. आँसू के कारण—40 | 149. झूठ-माहात्म्य—121 | 279. प्राकृतिक न्याय—195 | 409. लूटनीति—271 |
20. आँसू-गीत—40 | 150. यान टटोलो—122 | 280. प्रेमिका-पूजा—195 | 410. लोकतंत्रीय प्रेम—271 |
21. आई.टी.ओ. 42 | 151. टा-टा—122 | 281. पेमी दिल—195 | 411. वकील—271 |
22. आकर्षण—42 | 152. टिकटार्थी-प्रार्थी—122 | 282. फाइल-महिमा—196 | 412. वधू—272 |
23. आज्ञाकारी—42 | 153. टिट फॉर टैट—123 | 283. फिल्मी-नवेलियाँ—196 | 413. वरदान—272 |
24. आधुनिक शिष्य—42 | 154. टी.वी.-बीवी—123 | 284. फिल्मी फुलझड़ी—197 | 414. वर-विरोध—272 |
25. आधुनिकता—43 | 155. डाक पर डाका—123 | 285. फिल्मी विज्ञापन—197 | 415. वाइफ से लाइफ—272 |
26. आधुनिका पत्नी —43 | 156. डॉक्टर—124 | 286. फैशन—198 | 416. विज्ञान-चमत्कार—273 |
27. आपात् की बात—43 | 157. डैडी-पिताजी—124 | 287. ‘फॉरनर’ बनाम फाइव नर—198 | 417. वित्तमंत्री से इंटरव्यू—274 |
28. ‘आम’ चुनाव—44 | 158. ढाई आखर प्रेम का... 124 | 288. फ्लू-दर्शन—198 | 418. विदा-बेला—274 |
29. आशावाद—44 | 159. तथाकथित पत्रकार—126 | 289. बंदर के वाल्व—198 | 419. विधाता की भूल—274 |
30. इंतजार—45 | 160. तदबीर-तकदीर—126 | 290. बचत-योजना—199 | 420. विधाता को चुनौती—274 |
31. इनसान—45 | 161. तर्क-संकट—127 | 291. बचपन—199 | 421. विरहिनी—275 |
32. इश्क का रोग—45 | 162. तस्करी-तर्क—127 | 292. बचाव—200 | 422. विरही—275 |
33. इश्क हकीकी—45 | 163. ताज बनाम जूता—128 | 293. बजट की सनसनाहट—200 | 423. विरही दूल्हा—276 |
34. इस्तीफा—46 | 164. तारिका बनाम दाढ़ी—128 | 294. बदला—200 | 424. विलायती पत्नी—276 |
35. ईमान—46 | 165. तारिका बनाम पत्नी—128 | 295. बधाई-वुंक्तडली—201 | 425. विलायती वाइफ—276 |
36. उधार-सुधार—47 | 166. तिकड़म—128 | 296. बनारसी साड़ी—201 | 426. विलायती वाइफ—276 |
37. 1993 के मिस्टर—47 | 167. तेली कौ ब्याह—129 | 297. बराबरी—203 | 427. विविध भारती—277 |
38. उपदेश—47 | 168. तोप का लाइसेंस—129 | 298. बर्थ-कंट्रोल—203 | 428. वीडियो—277 |
39. उल्टी चक्की—47 | 169. त्याग और भाग—130 | 299. बहू—204 | 429. व्रत में रसगुल्ला—277 |
40. उल्लू-गधा—48 | 170. दंगा कौन कराए—130 | 300. बापू के तीन बंदर—204 | 430. व्रत सप्ताह—278 |
41. एक प्रश्न—48 | 171. दंत-मंजन—130 | 301. बापू के बंदर—205 | 431. शक शंका—279 |
42. एकांत—48 | 172. दलबदलू—131 | 302. बाबाजी—205 | 432. शतरंज वुंक्तडली—280 |
43. एशिया-72—49 | 173. दलबदलू मायाराम—131 | 303. बालक-बुद्धि—205 | 433. शब्द-शक्ति—280 |
44. ओवरलोड—50 | 174. दवा-दारू—131 | 304. बाल-विवाह—206 | 434. शब्द-सामर्थ्य—281 |
45. औरत—50 | 175. दवाओं का दबदबा—132 | 305. बीवी ‘बॉस’, बाबू ‘दास’—206 | 435. शासन की कुर्सी—281 |
46. कंजूस—50 | 176. दशमलव-पद्धति—132 | 306. बुढ़ऊ वर्ष—207 | 436. शिक्षा—281 |
47. कंजूस-कथा—51 | 177. दशमलव प्रणाली—133 | 307. बुढ़ापे की खीज—207 | 437. शिक्षा-पद्धति—281 |
48. कंट्रोल बनाम ब्लैक—54 | 178. दहेज का दानव—133 | 308. बुढ़ापे की होली—207 | 438. शिमला-समझौता—282 |
49. कट की हठ—55 | 179. दहेज-कानून—133 | 309. बूढ़े बनरा—207 | 439. शिव का धनुष—282 |
50. कड़वा-मीठा—55 | 180. दहेज की प्रथा—133 | 310. बेकारी—208 | 440. शुद्ध प्रेम—283 |
51. कड़वी बीवी—55 | 181. दहेज की बारात—134 | 311. बेचारा अध्यापक—209 | 441. श्वान महान—284 |
52. कम्यूनिसिपल्टी—55 | 182. दहेज-लोभी—136 | 312. बेलन-प्रभाव—209 | 442. संकट-काल—284 |
53. ‘कर’ कमाल—56 | 183. दाढ़ी—136 | 313. बैंगन-गुण-गान—209 | 443. संतोष-सुख—285 |
54. ‘कर’ दाता की पुकार—56 | 184. दाढ़ी-दर्शन—137 | 314. बोतल में मक्खी—211 | 444. संतोषी गंगा—286 |
55. कर्कशा पत्नी—57 | 185. दाढ़ी-महिमा—138 | 315. भगवान और शैतान—211 | 445. संभोग-योग—286 |
56. कर्ज का मर्ज—57 | 186. ‘दार’ की मार—138 | 316. भात बनाम भत्ता—212 | 446. संयोजक की तलाश—287 |
57. कर्जा—57 | 187. दार्शनिक दलबदलू—139 | 317. भूत महँगाई का—212 | 447. सच्चा विद्यार्थी—287 |
58. कर्तव्यनिष्ठ—57 | 188. दिल का एक्सरे—140 | 318. भूमि-भवन कर—212 | 448. सजा में मजा—288 |
59. कर्फ्यू-1—58 | 189. दिल का बीमा—140 | 319. भष्टश्री—213 | 449. सत्य और झूठ—288 |
60. कर्फ्यू-2—58 | 190. दिल की बीमारी—140 | 320. मंत्री-पद की लूट है—213 | 450. सत्रह रस—288 |
61. कर्मफल—59 | 191. दिल दर्शन—140 | 321. मंत्री-पुत्र—214 | 451. सफर का स्वाद—288 |
62. कर्मयोगी—59 | 192. दिलदार—143 | 322. मंदिर और सिनेमा—214 | 452. सफल नेता—289 |
63. कलियुगी वुंक्तडलियाँ—61 | 193. दुतरफा दृष्टिकोण—144 | 323. मंद्र सप्तक के कवि—214 | 453. सफल प्रत्याशी—289 |
64. कलियुगी द्रौपदी—62 | 194. दुर्घटना-सुघटना—144 | 324. मक्खन-महिमा—215 | 454. सफल लेखक—289 |
65. कलियुगी बाबू—63 | 195. दुश्मन—144 | 325. मक्खीमार आंदोलन पर काका की वुंक्तडलियाँ—217 | 455. समझ का फेर—290 |
66. कलियुगी होली—63 | 196. देश-सेवा—144 | 326. मच्छर उवाच—217 | 456. समय का लाभ—290 |
67. कवि-सम्मेलन—63 | 197. दो प्रश्न—145 | 327. मजनूँ—218 | 457. समय-महिमा—290 |
68. कविसम्मेलनीय अनुभव—64 | 198. दो बच्चे, होते अच्छे—145 | 328. मद्य-निषेध—218 | 458. समान अधिकार—290 |
69. काका-काकी संवाद—64 | 199. धड़ाका—146 | 329. मन—218 | 459. सवाल में बवाल—291 |
70. काका की ऊँटगाड़ी—66 | 200. धन्य अपोलो!—146 | 330. मन की मौज—219 | 460. ससुर की तलाश—291 |
71. काका की फुलझड़ियाँ—67 | 201. धार्मिक पत्नी—146 | 331. मनहूस मानव—220 | 461. ससुराल धन (दहेज)—292 |
72. काकी और नवरस —68 | 202. धार्मिक शंका—147 | 332. मनहूस सप्ताह में बंबई-यात्रा—220 | 462. सस्ती कविता—292 |
73. काकी और शर्त —68 | 203. धोखा—147 | 333. मसूरी-यात्रा—221 | 463. सहनशक्ति—292 |
74. काका-कोश—69 | 204. धोखे की कला—147 | 334. मस्त गृहस्थ—225 | 464. सहनशीलता—292 |
75. काका-हास्य—70 | 205. न्यू फैशन—148 | 335. महँगाई—226 | 465. सहानुभूति अनुभूति—293 |
76. ‘का’ की करुण कथा—70 | 206. नई समस्या—148 | 336. महँगाई—226 | 466. सांत्वना—293 |
77. कान महान्—70 | 207. नया बजट—149 | 337. महँगाई और गरीबी—227 | 467. साख—293 |
78. कार-चमत्कार—74 | 208. नरकपालिका—150 | 338. महँगाई वुंक्तडली—227 | 468. सादगी—294 |
79. कालिज स्टूडैंट—76 | 209. नर-नारी—150 | 339. महँगाई क्यों?—227 | 469. साधु-संतोष—294 |
80. कालिज स्टूडैंड—76 | 210. नर्क का तर्क—150 | 340. महँगाई बनाम फैशन—227 | 470. सावधान—294 |
81. कीलर-कांड—77 | 211. नव रस-निरूपण—151 | 341. महावीर—228 | 471. सास—294 |
82. कीलर के लल्ला हुआ—78 | 212. नववर्ष का उपहार—151 | 342. महिला बस—228 | 472. साहब-संप्रदाय—295 |
83. कुत्ता-भक्त—79 | 213. नाक का महत्त्व—152 | 343. माँ का दूध—229 | 473. सिगरेट समीक्षा—296 |
84. कुत्तों के बिस्कुट—80 | 214. नागपुर-नीति—152 | 344. माँ की ममता—229 | 474. सिद्धांतवादी—297 |
85. कुरसीमाई—80 | 215. नाम बड़े, दर्शन छोटे—153 | 345. माता—229 | 475. सिनेमा की सनक—297 |
86. कुरसीरानी—80 | 216. नाम बड़े, हस्ताक्षर खोटे—158 | 346. मायाराम—230 | 476. सीमेंट का थैला—298 |
87. कूकर की पूँछ—80 | 217. नारी—162 | 347. माला-महिमा—230 | 477. सुंदर नर्स—298 |
88. कौन क्या-क्या खाता है?—81 | 218. नारी : लक्ष्मी—162 | 348. मिट्टी का शेर—231 | 478. सुंदरियाँ—298 |
89. कौन क्या छिपाए—82 | 219. नासिका-भेद—162 | 349. मिनिस्टरी का नुस्खा—231 | 479. सुखदायी सावन—299 |
90. कोर्ट-मैरिज—83 | 220. निमंत्रण और परोसा—165 | 350. मिलावट—231 | 480. सुख-दुख—299 |
91. क्रिकेट में ‘कर’ के करिश्मे—84 | 221. निराकार और साकार—167 | 351. मिस मंसूरी—232 | 481. सुझाव—299 |
92. क्रोध—84 | 222. निष्काम हड़ताल—167 | 352. मिस महँगाई—232 | 482. ‘सु’ की सुराही—299 |
93. क्रोध-हरण—84 | 223. नीची नजर—168 | 353. मुँह के मुहावरे—233 | 483. सुपुत्र—302 |
94. खबरों की खबरदारी—85 | 224. नेता—168 | 354. मुफ्तखोर—237 | 484. सुमुखी की मुसकान—302 |
95. खुजली—87 | 225. नेता-अभिनेता—169 | 355. मुफ्त रस—240 | 485. सुरा-संस्कृति—303 |
96. गदहा उवाच—87 | 226. नेता और चमचा—169 | 356. मुर्गी या अंडा—240 | 486. सुरा-समर्थन—305 |
97. गदहा-भाव—87 | 227. नेता और साँप—169 | 357. मूँछ-माहात्म्य—240 | 487. सूझ-बूझ—308 |
98. गधे के सींग—87 | 228. नेता का काटा—169 | 358. मूर्ख तरंग—243 | 488. सेंसर बोर्ड—308 |
99. गमछा गुणगान—88 | 229. नेता के तीन रूप—170 | 359. मृत्यु-कर—244 | 489. सौंदर्य—309 |
100. गृहस्थी का रंग—89 | 230. नेता-नीति—170 | 360. मेरी इच्छा—244 | 490. स्वतंत्रता का नमूना—309 |
101. ग्राम्य-जीवन—89 | 231. नेता-नेती-मंत्रणा—170 | 361. मेल बनाम फीमेल—245 | 491. स्वतंत्रता-दिवस—309 |
102. घर का दूध—90 | 232. नेत्रदान—171 | 362. मेहमान—245 | 492. स्वतंत्र पत्नी—310 |
103. घराने का गणित—90 | 233. नेत्र-दर्शन—171 | 363. मेहमान—246 | 493. स्वर्ग-नरक—310 |
104. घाटे पर घाटा—90 | 234. नोट की वोट—175 | 364. मोटा और पतला—246 | 494. स्वर्ण-नियंत्रण—311 |
105. घासलेट और मक्खन—90 | 235. नौ-दो-ग्यारह—175 | 365. मोटा—246 | 495. स्वस्थ-मस्त जीवन—312 |
106. चंदा-वुंक्तडली—91 | 236. न्यायालय में भष्टालय—176 | 366. पतला—247 | 496. स्वागत—312 |
107. चंदे के फंदे—91 | 237. पंचभूत—177 | 367. मोटा—247 | 497. स्वाभिमान-अभिमान—313 |
108. चकबंदी—93 | 238. पंचायती राज—177 | 368. पतला—248 | 498. स्वास्थ्य का राज—313 |
109. चंदा-पाचन—93 | 239. पंजाब-पुलिस—177 | 369. मोटी पत्नी—248 | 499. स्वास्थ्य-विज्ञान की उल्टी गंगा—313 |
110. चना-चीत्कार—94 | 240. पं. पेटूराम—178 | 370. मोटू मामा—248 | 500. हजारी नोट पर चोट—317 |
111. चमचा—95 | 241. पक्के गायक—178 | 371. मोतियाबिंद—249 | 501. हथियार रहस्य—318 |
112. चमचा-चरित्र—95 | 242. पजामा बनाम पैंट—179 | 372. मौका—250 | 502. हरियाणा में उलट-पलट—318 |
113. चमचे—96 | 243. पति-पत्नी—179 | 373. मौज-मस्ती—250 | 503. हसबैंड-सर्वेंट—318 |
114. चले जाउ ससुराल—97 | 244. पति और पत्नी—179 | 374. यार से प्यार—251 | 504. हस्तकौशल—319 |
115. चाँद पर चढ़ाई—97 | 245. पतिव्रता—179 | 375. युगल-कर्तव्य—251 | 505. हाउस फुल—321 |
116. चाँद पर हनीमून—98 | 246. पत्नी—180 | 376. युद्धबंदी—251 | 506. हाय बुढ़ापा—321 |
117. चाय-चक्रम्—98 | 247. पत्युपदेश—180 | 377. रंगीन चश्मा—251 | 507. हास्यवर्ष—321 |
118. चित्त भी मेरी, पट्ट भी मेरी—99 | 248. पद्मश्री पर शंका—180 | 378. रसगुल्लों का ध्यान—252 | 508. हास्यरस—322 |
119. चीनी-दर्शन—99 | 249. परमार्थ—181 | 379. रस-विधान—252 | 509. हास्य-संजीवनी—322 |
120. चुंबन-चमत्कार—100 | 250. परिचय—181 | 380. राजनीतिज्ञ—252 | 510. हिंदी का मटका—322 |
121. चुंबन-चेतना—100 | 251. परीक्षा-दीक्षा—181 | 381. रामराज में कामराज—253 | 511. हिंदी-प्रेम—323 |
122. चुनाव की चोट—100 | 252. पवित्रता—181 | 382. राष्ट्रगान का लाभ—253 | 512. हिंदी बनाम अँगरेजी—323 |
123. चुनाव-चक्कर—101 | 253. पश्चात्ताप—182 | 383. राष्ट्रीय पशु बाघ (चीता)—253 | 513. हिंदी-भक्त—324 |
124. चुनाव-चातुर्य—102 | 254. पाँचों धाम—182 | 384. रिश्वत—253 | 514. हितोपदेश—324 |
125. चुनाव-चुटकी!—104 | 255. पॉकिटमार—182 | 385. रिश्वतखोर—254 | 515. हिप्पीवाद—325 |
126. चुनाव संग्राम—104 | 256. पॉकिट साफ—183 | 386. रिश्वतरानी—254 | 516. हीरोकट मिस्टर—325 |
127. चुनाव-संग्राम पर काका की फुलझड़ियाँ—109 | 257. पाप का घड़ा—183 | 387. रूप-अनूप—255 | 517. हुस्न-इश्क—326 |
128. चंबल का संबल—110 | 258. पार्क में प्रेम—183 | 388. रूस में हिंदी—255 | 518. हेमा-धर्मेंद्र विवाह—326 |
129. चूहे और मुर्गे—111 | 259. पाचन-शक्ति—183 | 389. रेल बजट—255 | 519. हैरोइन-हीरोइन—327 |
520. होली-ईद—327 |
जन्म : 18 सितंबर, 1906 को हाथरास में। काका हाथरसी का मूल नाम प्रभुलाल गर्ग था।
मात्र 29 वर्ष की अवस्था में काका की प्रथम कविता ‘गुलदस्ता’ मासिक के मुखपृष्ठ पर सन् 1933 में प्रकाशित हुई। काका ने सन् 1935 में ‘संगीत’ मासिक प्रकाशित करने की योजना बनाई।
रचना-संसार : ‘दुलत्ती’, ‘काका के कारतूस’, ‘काका के प्रहसन’, ‘काकदूत’, ‘काका की फुलझडि़याँ’, ‘काका के कहकहे’, ‘महामूर्ख सम्मेलन’, ‘काका की काकटेल’, ‘चकल्लस’, ‘काकाकोला’, ‘हँसगुल्ले’, ‘काका के धड़ाके’, ‘कहँ काका कविराय’, ‘फिल्मी सरकार’, ‘जय बोलो बेईमान की’, ‘नोकझोंक काका-काकी की’, ‘काका-काकी के लवलैटर्स’, ‘हसंत-बसंत’, ‘योगा एंड भोगा’, ‘काका की चौपाल’, ‘यार सप्तक’, ‘काका का दरबार’, ‘काका के चुटकुले’, ‘हँसी के गुब्बारे’, ‘काका तरंग’, ‘काका शतक’, ‘मेरा जीवन ः ए-वन’, ‘मीठी-मीठी हँसाइयाँ’, ‘काका की महफिल’, ‘खिलखिलाहट’, ‘काका के व्यंग्य-बाण’।
स्मृतिशेष : करोड़ों व्यक्तियों को हास्य से सराबोर करनेवाले काकाजी बड़े शांत भाव से 18 सितंबर, 1995 को हमसे बिदा हो गए; किंतु उनका लेखन हमेशा-हमेशा उनके प्रशंसकों के मन में उनकी स्मृतियाँ ताजा रखेगा।
प्रसिद्ध युवा चित्रकार शिवाशीष शर्मा की 18 पुस्तकें कार्टूंस पर तथा 3 पुस्तकें पेंसिल आरेखन पर छप चुकी हैं। इनको चित्रकला संगम नई दिल्ली द्वारा ‘वर्ष का सर्वोत्तम कार्टूनिस्ट’ का पुरस्कार सन् 2007 में मिल चुका है।