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उर्दू नज़्मों और देवनागरी (हिंदी लिपि) में प्रस्तुत जीवन के अंश परिप्रेक्ष्य, अवलोकन, अनुभव और जीवन की यात्रा को सलाम। सामाजिक प्रवृत्तियों, प्रेम, जीवन और रिश्तों पर एक दृष्टिकोण साझा करता है; राजनीति की स्थिति; निर्माता के साथ संवाद में शामिल होना सफलताओं और असफलताओं का आत्मसात्; आत्मविश्लेषण, शिकायतें, कृतज्ञता और शिकायतें। जीवन सरल नहीं है, लेकिन यह पुस्तक उसे सरल शब्दों में प्रस्तुत करती है और कविता की लय। हिंदी-उर्दू कविता का एक मौलिक कार्य। एक भाषा, जिसे कभी रेख़्ता कहा जाता था।