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दो आईआईटियन आई.आई.टी. में सफलता दिलानेवाले 100 टिप्स और ट्रिक्स का जादू लेकर आए हैं। उनका एक ही मंत्र है ‘होशियारी भरा काम कड़ी मेहनत को पीछे छोड़ देगा।’ यह न केवल फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के सवालों के बारे में सबकुछ बताता है, बल्कि उन समस्याओं को भी दूर करता है, जिन्हें लेकर छात्र चिंता में डूबे रहते हैं और समझ नहीं पाते कि किससे पूछें—
• रात को देर तक जागनेवाले बनाम सुबह जल्दी उठनेवाले
• 11वीं क्लास में आपको क्या करना है?
• किसी फॉर्मूले को याद करने के लिए 84 बार लिखना
• डब्लू.डब्लू.ई.-स्टाइल वाले कार्ड के इस्तेमाल से पढ़ाई को मजेदार बनाना
• कलर-कोड वाले नोटबुक
• लैब के प्रयोगों से ज्यादा-से-ज्यादा फायदा उठाना
अगर ट्यूटोरियल और टेक्स्टबुक प्रोफेसर हैं, तो यह पुस्तक ऐसा चालाक दोस्त है, जो आपको क्लासरूम के बाहर मिलता है और आप उससे अपने सारे सवाल पूछ लेते हैं।
IIT करने की एक प्रैक्टिकल हैंडबुक।
दो आईआईटियन आई.आई.टी. में सफलता दिलानेवाले 100 टिप्स और ट्रिक्स का जादू लेकर आए हैं। उनका एक ही मंत्र है ‘होशियारी भरा काम कड़ी मेहनत को पीछे छोड़ देगा।’ यह न केवल फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के सवालों के बारे में सबकुछ बताता है, बल्कि उन समस्याओं को भी दूर करता है, जिन्हें लेकर छात्र चिंता में डूबे रहते हैं और समझ नहीं पाते कि किससे पूछें—
• रात को देर तक जागनेवाले बनाम सुबह जल्दी उठनेवाले
• 11वीं क्लास में आपको क्या करना है?
• किसी फॉर्मूले को याद करने के लिए 84 बार लिखना
• डब्लू.डब्लू.ई.-स्टाइल वाले कार्ड के इस्तेमाल से पढ़ाई को मजेदार बनाना
• कलर-कोड वाले नोटबुक
• लैब के प्रयोगों से ज्यादा-से-ज्यादा फायदा उठाना
अगर ट्यूटोरियल और टेक्स्टबुक प्रोफेसर हैं, तो यह पुस्तक ऐसा चालाक दोस्त है, जो आपको क्लासरूम के बाहर मिलता है और आप उससे अपने सारे सवाल पूछ लेते हैं।
IIT करने की एक प्रैक्टिकल हैंडबुक।
विवेक पांडेय ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), कानपुर से कंप्यूटर विज्ञान में बी.टेक. और औद्योगिक प्रबंधन (इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट) में एम.टेक. किया है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट से एम.बी.ए. करके उन्होंने इंटरनेट उद्योग में विपणन और उत्पाद विकास में कई महत्त्वपूर्ण पदों पर काम करने के साथ ही नेतृत्वकारी भूमिका भी सँभाली है। आजकल एक नए उत्पाद को बनाने में लगे हैं।
पारस अरोड़ा एक उद्यमी, दोस्त, आलोचक और परामर्शदाता हैं—यह आवश्यक नहीं है कि वे इसी क्रम में हों। उन्होंने आई.आई.टी., गुवाहाटी से बी.टेक. और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट से एम.बी.ए. की डिग्री हासिल की है। उन्हें अवसर का लाभ उठाना, मित्र बनाना, लोगों से संबंध स्थापित करना और लगातार सीखते रहना अच्छा लगता है।