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एक श्लोक है—‘यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते, रमन्ते तत्र देवताः’ यानी जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवताओं का वास होता है। इसलिए भारत में स्त्रीशक्ति का सबसे अधिक सम्मान रहा और नारी की अस्मिता की रक्षा के लिए अनके निर्णायक युद्ध हुए। स्वयं नारी ने अपनी लाज की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति तक दे दी। पर युग बदल गया है, नारी अब अपने स्वाभिमान और सम्मान की रक्षा के लिए अपनी आहुति नहीं देगी वरन् स्वयं को अपनी रक्षा के लिए समर्थ बनाएगी और उसे स्पर्श करने का प्रयास करनेवाले का प्रतिकार करेगी।
इस पुस्तक में महिलाओं या लड़कियों की आत्मरक्षा से संबंधित विभिन्न उपायों की चर्चा की गई है, जिन्हें जानकर कोई लड़की या महिला खुद में अपराधी से लड़ने का आत्मविश्वास पैदा कर सकती है। साथ ही इसकी सहायता से खुद को मजबूत, सजग, सेहतमंद, चुस्त-दुरुस्त बना सकती है, वहीं आत्मरक्षा के अचूक सूत्रों को सीख सकती है; आत्मरक्षा से संबंधित सारी जानकारियाँ प्राप्त कर सकती है।
यह पुस्तक किसी भी खतरनाक परिस्थिति में अपना बचाव करने और उससे उबरने में लगभग सभी आयुवर्ग की महिलाओं के लिए मददगार साबित हो सकती है।
लड़कियों को सेल्फ डिफेंस यानी आत्मरक्षा के व्यावहारिक गुण बताती जनोपयोगी पुस्तक।
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अनुक्रम
लेखकीय —Pgs. 7
यह पुस्तक यों —Pgs. 9
1. कैसे करें आत्मरक्षा की तैयारी? —Pgs. 13
2. संभावित खतरे —Pgs. 21
3. घर में अपनी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करें? —Pgs. 33
4. अवांछित फोन कॉल्स और इंटरनेट —Pgs. 40
5. पहली मुलाकात और डेटिंग के वत बरतें सावधानी —Pgs. 43
6. इंतजार करते वत बरतें सावधानी —Pgs. 50
7. ऐसे करें अपनी सुरक्षा —Pgs. 54
8. पहल करें —Pgs. 61
9. आत्मरक्षा के उपकरण अपने साथ रखें —Pgs. 69
10. विषम परिस्थिति में क्या करें? —Pgs. 81
11. सतर्क रहें, जिंदगी अपनी शर्तों पर जिएँ —Pgs. 85
12. अपनी सुरक्षा को लेकर मुस्तैद रहें —Pgs. 90
13. फिट रहने के लिए वार्मअप एसरसाइज —Pgs. 93
14. शरीर को विशेष शति प्रदान करनेवाले व्यायाम —Pgs. 100
15. आत्मरक्षा के लिए कराटे —Pgs. 112
16. कराटे में प्रहार और सुरक्षा —Pgs. 123
17. दुश्मन बन चुके ‘अपनों’ को कैसे पहचानें? —Pgs. 130
18. आत्मरक्षा के लिए उपयोगी टिप्स —Pgs. 133
19. सुरक्षा के लिए स्मार्ट फोन एप्स —Pgs. 136
महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर और एन.जी.ओ. —Pgs. 144
महिला हेल्पलाइन —Pgs. 165
प्रमुख शहरों में आत्मरक्षा की कक्षाएँ और उनके पते —Pgs. 169
संदर्भ ग्रंथ —Pgs. 176
नारी-सुरक्षा की प्रबल पक्षधर रंजना कुमारी भारत में महिलाओं से संबंधित सभी मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद करती हैं। आत्मरक्षा तथा सुरक्षा उनका प्रिय विषय रहा है। विविध विषयों पर आयोजित राष्ट्रीय महिला संगोष्ठियों में बराबर सहभागिता।