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लक्ष्य एक छोटा सा बिंदु है, जिसके केंद्र में जीवन की सारी सफलताओं का स्रोत मौजूद है। इस बिंदु को लक्ष्य करके हर व्यक्ति अर्जुन की भाँति चिड़िया की आँख भेद सकता है। लक्ष्य का पथ बेशक कंटकपूर्ण है, लेकिन गंतव्य फूलों भरा और स्वागतपूर्ण है। जो व्यक्ति अपने लक्ष्य को पा लेता है, वही पूजित होता है वही मान्य होता है और वही इतिहास में अपना नाम दर्ज कराता है।
अगर आपका लक्ष्य माउंट एवरेस्ट फतेह करना है तो बीच रास्ते से लौटने पर आपका स्वागत नहीं होगा। इसके लिए लक्ष्य भेदना ही जीवन का उद्देश्य बनाना होगा। याद रखें, जब कोई लक्ष्य निर्धारित किया जाता है तो बाधाओं का आना स्वाभाविक है, लेकिन जो व्यक्ति इन बाधाओं पर विजय पा लेता है, वही सफल होता है। यह भी जान लें कि बाधाएँ तभी उपस्थित होती हैं, जब हम लक्ष्य के प्रति एकाग्र और स्थिर नहीं होते—तभी बाधाएँ हमें भटका पाती हैं।
प्रस्तुत पुस्तक ‘लक्ष्य’ की ओर बढ़ते और बढ़ने के जिज्ञासुओं के लिए एक गाइड के रूप में काम आ सकती है। एक अनमोल व लक्ष्य-नियंता पुस्तक!
प्रो. पुष्पेंद्र कुमार आर्य पत्रकार, लेखक एवं कैरियर मार्गदर्शक के रूप में विख्यात हैं। लगभग सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में आपकी दो हजार से अधिक रचनाएँ तथा विविध महत्त्वपूर्ण विषयों पर पच्चीस से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एम.ए. (राजनीति-शास्त्र), कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पत्रकारिता एवं जनसंचार में पी.जी. डिप्लोमा तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र से प्रथम श्रेणी में ‘मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन’ की डिग्री के बाद आप ‘महात्मा गांधी का पत्रकार जीवन’ विषय पर शोध कार्य में संलग्न हैं। देश के विविध राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं के संपादकीय विभाग में आप शीर्षस्थ पदों पर कार्य कर चुके हैं।
सृजनात्मक लेखन एवं उल्लेखनीय रचनात्मक प्रतिभा के लिए आपको विविध पुरस्कारों व सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। इनमें ‘इंटरनेशनल वोकेशनल अवार्ड’; विश्व शांति आंदोलन ट्रस्ट, मुंबई द्वारा ‘राष्ट्र गौरव सम्मान’; अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट, इंक, कैरोलीना (अमेरिका) द्वारा ‘मैन ऑफ द ईयर-2003’; हिंदी संगठन, मॉरीशस का ‘हिंदी सम्मान’; ओरिएंटल कल्चरल अकादमी, बैंकॉक (थाईलैंड) द्वारा ‘इंस्टीट्यूट अवार्ड’; सल्तनत ऑफ ओमान के ‘निशान-ए-मस्कट’ एवं यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया आर्ट्स, नोएडा के ‘अकादमी अवार्ड’ के अतिरिक्त भारत सरकार के कल्याण मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रदत्त सम्मान प्रमुख हैं।