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कोई व्यक्ति एक अच्छा चित्रकार हो सकता है, वैज्ञानिक हो सकता है, इंजीनियर और गणितज्ञ हो सकता है; पर एक ही व्यक्ति उत्कृष्ट चित्रकार, अच्छा वैज्ञानिक, श्रेष्ठ इंजीनियर, कुशल गणितज्ञ, अद्भुत चिंतक, गजब का वास्तुविद्, योजनाकार, संगीतज्ञ, वाद्ययंत्र डिजाइनर आदि सबकुछ हो— विश्वास करना कठिन है, लेकिन ऐसा ही एक अद्भुत व्यक्ति था—लियोनार्डो दा विंची।
लियोनार्डो युद्ध के घोर विरोधी थे, पर विडंबना यह कि उन्हें हिंसक अस्त्र-शस्त्र, युक्तियाँ, उपकरण आदि तैयार करने पड़े। परिस्थितियाँ इतनी प्रतिकूल थीं कि उनके तमाम चित्र, मूर्तियाँ, मॉडल आदि अधूरे ही रह गए। उनके डिजाइन किए हुए शहर, नहरें, बाँध आदि कागजों पर ही चिपके रह गए। बाद के वैज्ञानिकों, कलाकारों, दार्शनिकों ने उन्हें अपना आदर्श माना और उनके बनाए स्कैचों, डिजाइनों, मॉडलों आदि को मूर्त रूप दिया। उस काल में की गई उनकी कल्पनाएँ—जैसे पनडुब्बी, हेलीकॉप्टर, टैंक, सर्पिल सीड़ियाँ, साफ-सुथरे शहर, अद्भुत खिलौने—आज साकार हो चुकी हैं।
आजीवन गरीबी और बदहाली झेलनेवाले लियोनार्डो की एक कूटबद्ध नोटबुक ‘कोडेक्स लिसेक्टर’ हाल ही में तीन करोड़ में बिकी। खरीदनेवाले हैं—विश्व के सबसे धनी व्यक्ति एवं माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स। ऐसा करके बिल गेट्स ने अपने बचपन के आदर्श के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रस्तुत पुस्तक ‘लियोनार्डो दा विंची’ में सुधी पाठक इस अद्भुत चरित्र के बारे में पढ़कर जहाँ आश्चर्यचकित होंगे, वहीं ज्ञान के अथाह सागर में जी भरकर ज्ञान का आचमन करेंगे।
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क्रम-सूची
1. रेनेसाँ अर्थात् पुनर्जागरण — 13
2. जन्म — 20
3. औपचारिक शिक्षा से वंचित — 24
4. अद्भुत प्रशिक्षक से प्रशिक्षण — 26
5. त्रिआयामी तसवीरें — 30
6. शिष्य ने गुरु को परास्त किया — 33
7. नई कलाएँ व कार्टून — 36
8. गिल्ड का सदस्य — 38
9. उथल-पुथल का दौर — 40
10. खजाने की चिंता — 45
11. नया शहर — मिलान — 49
12. महाविनाश के पश्चात् नवसृजन — 54
13. यादगार का निर्माण — 57
14. व्यतिगत जीवन — 61
15. पादरियों से परहेज और प्राणियों से प्रेम — 63
16. मिलान में किए अन्य अध्ययन व आविष्कार — 65
17. कालजयी रचना ‘द लास्ट सपर’ — 67
18. ऊँची उड़ान का लंबा प्रयास — 72
19. जल-शति की कल्पना — 75
20. लियोनार्डो ने मिलान छोड़ा — 80
21. सभी जगह दुष्टों का राज — 82
22. टैंक एवं अन्य विनाशकारी हथियार — 87
23. मैकियावेली से मेल — 90
24. माइकेल एंजेलो से प्रतिस्पर्धा — 92
25. कालजयी रचना — युद्ध का मैदान — 96
26. शरीर-रचनाशास्त्र का अध्ययन — 100
27. मोनालिसा — 102
28. अन्य आकर्षक पेंटिंगें — 105
29. अंतिम दशकों में ज्यादा भाग-दौड़ — 107
30. नई शरण में — 110
31. अलविदा — 115
32. जाने के बाद — 117
33. सदियों बाद सपने साकार — 120
34. मोनालिसा की पहचान — 127
35. लियोनार्डो की चित्रकला तकनीक — 128
36. लियोनार्डो के समकालीन अन्य वैज्ञानिक — 130
जन्म : 12 जनवरी, 1960 को इटावा (उ.प्र.) में।
शिक्षा : विकलांग होने के बावजूद हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट की परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। सन् 1983 में रुड़की विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त कर सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (CEL) में सहायक अभियंता के रूप में नियुक्त हुए। विभिन्न विभागों में काम करते हुए आजकल मुख्य प्रबंधक के रूप में काम कर रहे हैं।
अब तक कुल 32 पुस्तकें तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 300 लेख प्रकाशित।
पुरस्कार-सम्मान : सन् 1996 में राष्ट्रपति पदक, 2001 में ‘हिंदी अकादमी सम्मान’ तथा योजना आयोग द्वारा ‘कौटिल्य पुरस्कार’। सन् 2003 में अपारंपरिक ऊर्जा स्रोत मंत्रालय द्वारा ‘प्राकृतिक ऊर्जा पुरस्कार’, 2004 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा ‘सृजनात्मक लेखन पुरस्कार’, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ‘डॉ. मेघनाद साहा पुरस्कार’ तथा महासागर विकास मंत्रालय द्वारा ‘हिंदी लेखन पुरस्कार’।