Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Main Albert Einstein Bol Raha Hoon   

₹250

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Ashutosh Garg
Features
  • ISBN : 9789383111497
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Ashutosh Garg
  • 9789383111497
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2017
  • 104
  • Hard Cover
  • 200 Grams

Description

अल्बर्ट आइंस्टाइन दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोगों में से एक थे। विज्ञान के क्षेत्र में उनका योगदान विलक्षण एवं अविस्मरणीय है। उनकी सोच अपने समय से इतनी उन्नत थी कि उनके द्वारा किए गए शोध एवं अन्य कार्य आज भी विज्ञान एवं ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
आइंस्टाइन की वैज्ञानिक उपलब्धियों के अतिरिक्त उनके शोध-पत्रों एवं दस्तावेजों के माध्यम से उनकी मानवीय विशेषताओं की भी पर्याप्त जानकारी प्राप्‍त होती है, जिनसे पता चलता है कि सादगी, शांतिप्रियता और आडंबररहित जीवन उनके व्यक्‍त‌ित्व के चारित्रिक गुण थे। इसके अतिरिक्‍त वे मजाकिया स्वभाव के थे और जीवन की छोटी-छोटी बातों में भी हास्य-विनोद खोज लिया करते थे।
प्रस्तुत पुस्तक में अल्बर्ट आइंस्टाइन के विभिन्न विषयों पर व्यक्‍त विचारों को वर्णानुक्रम में संकलित किया गया है। इन विचारों से ज्ञान, विज्ञान, समाज और मानवता के विविध विषयों पर उनकी अंतर्दृष्टि जानने को मिल सकेगी।

 

The Author

Ashutosh Garg

जन्म : 30 दिसंबर, 1973 को दिल्ली में।
शिक्षा : एम.ए. (हिंदी), स्नातकोत्तर डिप्लोमा (अनुवाद पत्रकारिता), एम.बी.ए.।
प्रकाशन : ‘शिक्षार्थी हिंदी प्रयोग कोश’, ‘द्विभाषी प्रशासनिक शब्द-प्रयोग कोश’, ‘एक सौ एक रोचक पहेलियाँ’, ‘1000 श्रीकृष्ण प्रश्‍नोत्तरी’, ‘1000 खोज एवं आविष्कार प्रश्‍नोत्तरी’; ‘हाउसहोल्ड पेट्स ऐंड देयर मैनेजमेंट’, ‘एकॉलोजी ऐंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ (अंग्रेजी से हिंदी में अनूदित), 2013 वार्षिक राशिफल, नौका डूबी, कुंभ मेला गाइड, थॉमस अल्वा एडिसन, अवचेतन मन की चमत्कारी शक्तियाँ, प्राकृतिक आहार के चमत्कार। प्रतिष्‍ठ‌ित पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से लेख व कविताएँ प्रकाशित।
संप्रति : रेल मंत्रालय में उप-निदेशक के पद पर कार्यरत।

 

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW