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Main Hoon Malala   

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Author Anita Gaur
Features
  • ISBN : 9789351864387
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : Ist
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  • Kindle Store

More Information

  • Anita Gaur
  • 9789351864387
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • Ist
  • 2019
  • 176
  • Hard Cover
  • 250 Grams

Description

लड़कियों की शिक्षा की वकालत करनेवाली, तालिबानी आतंकियों के सामने न झुकनेवाली मलाला का जन्म 12 जुलाई, 1997 को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के स्वात जिले में हुआ। मलाला के पिता स्वात में ‘खुशहाल पब्लिक स्कूल’ चलाते थे। तालिबानी स्कूलों को बंद करवा रहे थे, उस समय मलाला मात्र ग्यारह साल की थी।

ज्यादातर महिलाएँ अत्याचार बरदाश्त करती रहती हैं और उसे सहना ही अपनी नियति मान लेती हैं। परंतु इस दुनिया में मलाला जैसी बच्ची भी है, जिसने तालिबान जैसे खूँखार आतंकी संगठन का खुला विरोध किया, उसे चुनौती दी। नतीजा यह कि इस मुखर आवाज को दबाने के लिए आतंकियों ने मलाला को गोली मार दी। जीवटता की मिसाल मलाला ने जूझते हुए मौत को भी मात दे दी। आतंकियों की इस क्रूर करतूत की सारी दुनिया ने कड़ी निंदा की।

मलाला अपने साहस, अन्याय का विरोध करने और आतंकवाद के खिलाफ बिगुल बजाने तथा बच्चों के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ते हुए विश्व जनमानस की चहेती बन गई। संसार के लोगों ने अपने-अपने तरीके से उसके कार्य को सराहा। उसकी सोलहवीं सालगिरह संयुक्त राष्ट्र संघ में मनाई गई। सन् 2014 में उसके साहस को रेखांकित करने के लिए विश्व का सबसे प्रतिष्ठित नोबल शांति पुरस्कार भी दिया गया।

कम उम्र में ही अन्याय और आतंकवाद के विरुद्ध आवाज बुलंद करनेवाली मलाला यूसुफजई की प्रेरक जीवनगाथा, जो हर शांतिप्रिय और संवेदनशील पाठक को पसंद आएगी और उसे प्रेरित करेगी।

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अनुक्रम

भूमिका — Pgs. 5

1. मलाला का स्वात — Pgs. 9

2. तालिबान का शरीया कानून — Pgs. 35

3. मलाला का परिवार — Pgs. 48

4. मलाला का विरोध — Pgs. 65

5. खुला विरोध तालिबान का — Pgs. 102

6. 9 अक्तूबर का खौफनाक दिन — Pgs. 109

7. अनजान शहर में मलाला — Pgs. 133

8. नई जिंदगी की शुरुआत — Pgs. 142

9. मलाला को मिला नोबेल — Pgs. 170

The Author

Anita Gaur

अनीता गौड़ एक स्वतंत्र लेखिका होने के साथ-साथ टेलीविजन सीरियलों से भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने विभिन्न चैनलों के लिए स्क्रिप्ट लेखन किया है, जिसमें विज्ञान के साथ-साथ कॉमेडी और फिक्शन पर आधारित धारावाहिक भी शामिल हैं। इसके अलावा ब्रॉडकास्ट मीडिया, यानी रेडियो के विभिन्न चैनलों, जैसे विविध भारती, एफएम गोल्ड से प्रसारित होनेवाले धारावाहिकों की स्क्रिप्टिंग के अतिरिक्‍त कहानियों, वार्त्ताओं, कविता पाठ में समय-समय पर सक्रिय रहती हैं। विभिन्न प्रकाशनों से उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिन्हें पाठकों ने बहुत सराहा है।

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