₹300
महान् विचारक और उनके प्रेरक विचार सदा से ही मानव सभ्यता के दिग्दर्शक रहे हैं। इनके अनुभूत मौलिक चिंतन ने समाज और राष्ट्र-निर्माण की दिशा में सदैव ही महत्त्वपूर्ण कार्य किया है। आज से वर्षों पहले इनके मुख से निकली वाणी आज भी उतनी ही प्रासंगिक और शाश्वत है, जितनी तब थी।
दुनिया भर में महान् विचारकों की एक बृहत् शृंखला रही है। सुकरात, अरस्तु, प्लूटो, कन्फ्यूशियस, पाइथागोरस इत्यादि वे नाम हैं, जो विश्वदर्शन में उच्च स्थान रखते हैं। इनके विचार व्यक्ति और व्यक्तित्व में आमूल-चूल परिवर्तन लाने में समर्थ हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में विश्व के एक महान् विचारक नेपोलियन हिल की संक्षिप्त जीवनी और उनके मौलिक विचारों का संकलन किया गया है, जो निश्चित ही पाठकों के मर्म को गहरे प्रभावित करने में सक्षम हैं। इनका अनुकरण हमारे जीवन को सार्थकता देने व राष्ट्र-निर्माण में योगदान करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
__________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम | |
अपनी बात—5 | 113. प्रतिस्पर्धा —83 |
नेपोलियन हिल : संक्षिप्त जीवनी—7 | 114. प्रदर्शन —84 |
1. अच्छाई—17 | 115. प्रसन्नता—84 |
2. अभ्यास—17 | 116. प्रार्थना—84 |
3. अज्ञानता —18 | 117. प्रेम —84 |
4. अधिकार—18 | 118. प्रेरक—87 |
5. अनुभव—18 | 119. फायदा—88 |
6. अनुशासित —19 | 120. फैसला —88 |
7. अवसर —19 | 121. बचत—89 |
8. अवस्था—19 | 122. बल—89 |
9. असफलता—19 | 123. भय—90 |
10. असहिष्णुता—19 | 124. भविष्य —90 |
11. आकर्षक —20 | 125. भविष्यवाणी—91 |
12. आकांक्षा—20 | 126. भाग्य—91 |
13. आदत —21 | 127. भावना—91 |
14. आदतें—22 | 128. भाषण—92 |
15. आत्म—22 | 129. भाषा—92 |
16. आत्मानुशासन—23 | 130. भोजन—92 |
17. आत्मनिर्भर—24 | 131. मन—93 |
18. आत्मविश्वास—25 | 132. मनुष्य—93 |
19. आत्मसंयम—25 | 133. मनोवृति—94 |
20. आराम—25 | 134. मनोव्यथा—94 |
21. आर्थिक—26 | 135. मस्तिष्क—95 |
22. आलोचना—26 | 136. महव—96 |
23. आस्था—26 | 137. महान् —96 |
24. इंतजाम —30 | 138. माध्यम—96 |
25. इंतजार —30 | 139. मानव—97 |
26. इंद्रधनुष —31 | 140. मानवीय—99 |
27. इच्छा —31 | 141. मापदंड —99 |
28. इच्छाशति—32 | 142. मायने—99 |
29. इनसान—32 | 143. मालिक—100 |
30. ईगो —35 | 144. मास्टर —100 |
31. ईर्ष्या—37 | 145. मुत —100 |
32. उत्साह—38 | 146. मूल्य—100 |
33. उद्देश्य —39 | 147. मूल्यवान —101 |
34. उदाहरण—40 | 148. मृत्यु —101 |
35. उपवास—40 | 149. यदि—102 |
36. उबाऊपन—40 | 150. योग्य —103 |
37. उम्मीद—40 | 151. योजना—103 |
38. ऊर्जा—41 | 152. यौन —103 |
39. कदम—42 | 153. राई का रोड़ा—105 |
40. कल्पना—42 | 154. रास्ता—105 |
41. कल्पनाएँ—43 | 155. लक्ष्य —106 |
42. कर्ज —43 | 156. ललक—108 |
43. काम —43 | 157. लाभ—109 |
44. कामना—44 | 158. लोग —109 |
45. कामयाब—45 | 159. वता—111 |
46. कामयाबी—45 | 160. वजह —111 |
47. कायम —46 | 161. वास्तव —111 |
48. कारोबारी—46 | 162. विकास —112 |
49. कार्य —46 | 163. विचार—112 |
50. कार्यबल—46 | 164. विचारक—114 |
51. किसान—46 | 165. विद्यमान—114 |
52. किस्मत—47 | 166. विनम्र—114 |
53. कीमत—47 | 167. विपुलता—115 |
54. कुदरत—47 | 168. विफलता —115 |
55. क्षमता—47 | 169. विश्वास —115 |
56. गरीबी—49 | 170. वेतन—118 |
57. गर्व —49 | 171. वैचारिक—118 |
58. गवाह—49 | 172. वोट—118 |
59. गारंटी—49 | 173. व्यति—119 |
60. गुलाब—50 | 174. व्यतिगत—123 |
61. ज्ञान—50 | 175. व्यतित्व —124 |
62. घटना—52 | 176. व्यवसाय —125 |
63. चमत्कार—53 | 177. संघर्ष —126 |
64. चरित्र—53 | 178. संतोष—126 |
65. चरित्रवान—53 | 179. संदेह—126 |
66. चाह—53 | 180. संपाि—127 |
67. चाहत—54 | 181. संबंध—127 |
68. चिकित्सक—54 | 182. संयम —127 |
69. चीज—54 | 183. सकारात्मक—128 |
70. चुप—55 | 184. सक्रिय—128 |
71. चेतन—55 | 185. सच—128 |
72. चेतना—55 | 186. सत्य —128 |
73. छठी इंद्रिय—56 | 187. सफल—129 |
74. जगह—57 | 188. सफलता—130 |
75. जनता—57 | 189. सबूत —134 |
76. जानकारी —57 | 190. सभ्यता —134 |
77. जिंदगी—58 | 191. समय —134 |
78. जिम्मेदारी—58 | 192. समृद्धि—135 |
79. जीवन—58 | 193. सलाह—135 |
80. डर—62 | 194. सहनशीलता—135 |
81. तथ्य—63 | 195. सहयोग—136 |
82. तरीका—63 | 196. सामंजस्य—137 |
83. तलाश —64 | 197. सार्थक —138 |
84. तुलना —64 | 198. सार्वजनिक—139 |
85. दाँव—65 | 199. सामान्य—139 |
86. दिमाग—66 | 200. सिद्धांत —139 |
87. दिशा—71 | 201. सीख—139 |
88. दुनिया—71 | 202. सीखना—139 |
89. दोस्ताना—72 | 203. सीमित —140 |
90. धरती—73 | 204. सुधार—140 |
91. नकारात्मक—74 | 205. सुनिश्चित—140 |
92. नाकामी—75 | 206. सेहत—140 |
93. नियंत्रण —76 | 207. सैनिक—140 |
94. नियति—76 | 208. सोच —141 |
95. निर्माण—77 | 209. स्तर —141 |
96. निर्णय—77 | 210. स्वास्थ्य —141 |
97. निश्चित—77 | 211. शक—143 |
98. नेतृत्व—78 | 212. शति —143 |
99. न्याय —78 | 213. शद —146 |
100. पदार्थ—79 | 214. शरीर—146 |
101. परिचय —79 | 215. शाश्वत—147 |
102. परिणाम—79 | 216. शिक्षा —148 |
103. पल —79 | 217. शीर्ष —149 |
104. पहचान—80 | 218. श्रोता —149 |
105. पैसा—80 | 219. हमदर्द—150 |
106. प्रकार —81 | 220. हार—150 |
107. प्रतिकूलता—81 | 221. हासिल—151 |
108. प्रतीक—81 | 222. हिम्मत—151 |
109. प्रभुता—82 | 223. हिस्सेदारी—151 |
110. प्रयत्न—82 | 224. हिसाब—151 |
111. प्रकृति—82 | 225. हौसला—151 |
112. प्रक्रिया—83 |
हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक महेश दत्त शर्मा का लेखन कार्य सन् 1983 में आरंभ हुआ, जब वे हाईस्कूल में अध्ययनरत थे। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी से 1989 में हिंदी में स्नातकोत्तर। उसके बाद कुछ वर्षों तक विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए संवाददाता, संपादक और प्रतिनिधि के रूप में कार्य। लिखी व संपादित दो सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाश्य। भारत की अनेक प्रमुख हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक विविध रचनाएँ प्रकाश्य।
हिंदी लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अनेक पुरस्कार प्राप्त, प्रमुख हैं—मध्य प्रदेश विधानसभा का गांधी दर्शन पुरस्कार (द्वितीय), पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलाँग (मेघालय) द्वारा डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति पुरस्कार, समग्र लेखन एवं साहित्यधर्मिता हेतु डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान, नटराज कला संस्थान, झाँसी द्वारा लेखन के क्षेत्र में ‘बुंदेलखंड युवा पुरस्कार’, समाचार व फीचर सेवा, अंतर्धारा, दिल्ली द्वारा लेखक रत्न पुरस्कार इत्यादि।
संप्रति : स्वतंत्र लेखक-पत्रकार।