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Manavadhikar Aur Bal Shoshan   

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Author Pushplata Taneja
Features
  • ISBN : 8177210165
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Pushplata Taneja
  • 8177210165
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2013
  • 120
  • Hard Cover

Description

आज के फूल, कल के नागरिक कुछ अधिकार भी रखते हैं; परंतु कुछ कारणों से मूलभूत अधिकारों से वंचित रह जाते हैं । बाल उम्र कुछ सीखने की होती है; किंतु चिंता का विषय है कि इसी उम्र में बच्चे तरह-तरह के शोषणों के शिकार होते हैं । बच्चों के शोषण को रोकने तथा उनके सर्वांगीण विकास के प्रति आज के समाजशास्त्री तथा स्वयंसेवी संस्थाएँ चिंतित हैं । बच्चे अपनी लड़ाई स्वयं नहीं लड़ सकते । विश्‍‍व के सभी देशों की सरकारों और राज्य सरकारों ने बच्चों के लिए विशेष कानून बनाए हैं; परंतु कोई उल्लेखनीय परिणाम प्राप्‍त नहीं हुए । मानवाधिकारों की सुरक्षा की लड़ाई केवल कानून के हथियारों से नहीं लड़ी जा सकती, बल्कि इसके लिए समाज की जागर्ति व जन-सहयोग की अत्यंत आवश्यकता है ।
लेखिका ने इस पुस्तक के माध्यम से समाज को संदेश दिया है कि केवल नीतियाँ बना लेने अथवा अपार धनराशि खर्च करने से समस्याओं पर काबू नहीं पाया जा सकता; बल्कि शिक्षा, जन चेतना, समाजशास्त्रियों, पंचायतों, शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, गैर सरकारी संस्थाओं आदि सभी के सहयोग से बाल शोषण संबंधी समस्याओं से मुक्‍त‌ि पाई जा सकती है और बच्चों के अधिकारों की रक्षा की जा सकती है ।

The Author

Pushplata Taneja

शिक्षा : बी.ए. (ऑनर्स), एम.लिब. (साइंस), एम.ए. (संस्कृत), पी-एच.डी.।
विशेष : ‘पुलिस विज्ञान’ पत्रिका का संपादन, आकाशवाणी और दूरदर्शन के विभिन्न चैनलों पर वार्त्ताएँ एवं कार्यक्रम प्रसारित। ‘वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग’ में अध्यक्ष के पद पर लगभग दो साल तक कार्य किया तथा केंद्रीय हिंदी निदेशालय की निदेशक रहीं।
कृतित्व : विश्‍वकोश तथा प्रतिष्‍ठित पत्रिकाओं में अंग्रेजी तथा हिंदी में विभिन्न विषयों पर दर्जनों लेख प्रकाशित। कविता, कहानी आदि साहित्य की विविध विधाओं में लेखन; साहित्येतर कृतियों में ‘भारतीय प्रजातंत्र और पुलिस’, ‘सच्चे गवाह’, ‘कंप्यूटर तथा संस्कृत कोश साहित्य’ एवं ‘मानवाधिकार और बाल शोषण’ शीर्षकों से ग्रंथ प्रकाशित। कई पुस्तकों का संपादन एवं शब्दावली निर्माण कार्य का निर्देशन।
पुरस्कार-सम्मान : ‘पंडित गोविंद वल्लभ पंत’ पुरस्कार, ‘कर्मचारी एवं नियोक्‍ता जागरूकता पुरस्कार’, पुलिस-नागरिक सहयोग समिति से ‘सहयोग पुरस्कार’।
साहित्य समन्वय मंच से ‘समन्वयश्री सम्मान’, ‘बीसवीं शताब्दी रत्‍न सम्मान’। ‘राष्‍ट्र गौरव सम्मान’, स्व. पद्मश्री डॉ. लक्ष्मीनारायण दूबे स्मृति ‘मणिरत्‍नम् सम्मान’, ‘बाण भट्ट सम्मान’, ‘भारतेंदु भूषण सम्मान’, ‘ऐक्सलेंस इन रिसपेक्टिव फील्ड सम्मान’, ‘महर्षि पतंजलि राष्‍ट्रीय मानवरत्‍न सम्मान’।
जे.टी.आर. संस्था द्वारा ‘सरस्वती सम्मान’, ‘लालबहादुर शास्‍त्री सम्मान’ एवं जनकल्याण समिति, पश्‍च‌िम दिल्ली से ‘शिक्षाविद् सम्मान’।

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