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Motapa Karan Aur Bachav (PB)   

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Author S.K. Sharma
Features
  • ISBN : 9788173155451
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • S.K. Sharma
  • 9788173155451
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2017
  • 132
  • Soft Cover
  • 200 Grams

Description

मोटापा एक प्रकार का रोग ही है जो व्यक्ति को उपहास का पात्र बना देता है, जिससे वह कुंठित और हीनभावना से ग्रस्त हो जाता है। यह कुंठा उसे और रोगों के पाश में बाँध देती है, उसका जीवन दूभर होने लगता है और भविष्य अंधकारमय।
मोटापे की अवहेलना करना कई अन्य रोगों को निमंत्रण देता है। बँधे-बँधाए नियमों और केवल भोजन तालिकाओं के अनुसार भोजन करने, श्रम कम करने, अकर्मण्य जीवन बिताने, खाने को ही जीवन का ध्येय मानने, मोटापे को भाग्य का खेल समझने तथा मनमानी करने से मोटापा कभी कम नहीं होगा। यदि होगा भी तो अस्थायी तौर पर ही।
प्रस्तुत पुस्तक में मोटापे से ग्रस्त रोगियों को सही राह दिखाकर उन्हें समुचित उपाय करने हेतु प्रेरित किया गया है तथा उनमें आशा और विश्वास की किरण जाग्रत् कर उनका मनोबल बढ़ाया गया है।
इस पुस्तक में उन सभी उपायों का विस्तार से वर्णन किया है, जिनसे मोटापे पर काबू पाया जा सकता है। पाठकों की सुविधा के लिए पुस्तक में कद, भार, भोजन, कैलोरी आदि पर उपयोगी तालिकाएँ दी गई हैं। मोटापे के अभिशाप से मुक्ति दिलाने में सहायक अत्यंत व्यावहारिक एवं उपयोगी पुस्तक।

The Author

S.K. Sharma

एस.के. शर्मा
शिक्षा : राजनीति विज्ञान और कानून की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से, विधान लेखन और विधि व्याख्या पाठ्यक्रम का उच्च प्रशिक्षण लंदन के रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन से।
कृतित्व : लोकसभा सचिव पद से सेवानिवृत्त, दिल्ली विधानसभा के शैशवकाल में चार मुख्यमंत्रियों, राजनिवास व वरिष्ठ नौकरशाही के विधायी सलाहकार रहे। नवनिर्मित विधानसभा की नींव डालने, नियमावली बनाने, विधायी प्रक्रिया तय करने, सदन पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों एवं समितियों हेतु दिशा-निर्देश तय करने, पहली, दूसरी एवं तीसरी विधानसभा के विधायकों को प्रशिक्षण देकर राजधानी में नई पीढ़ी का नेतृत्व तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका। भारत के राष्ट्रपति व राज्यसभा सदस्यों के चुनाव में चुनाव अधिकारी, संसद् में आर.टी.आई. कानून के अंतर्गत अपीलीय अधिकारी व अनेक संसदीय शिष्टमंडलों के सचिव रहे।
रचना-संसार : दिल्ली की विधायिका एवं शासन प्रणाली पर हिंदी व अंग्रेजी में ग्यारह पुस्तकें प्रकाशित। संसदीय सचिव लाभ का पद मामले में कानूनी सलाहकार। उच्च शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में भारतीय संविधान, संसदीय प्रक्रिया, दिल्ली की संवैधानिक स्थिति आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्राख्यान एवं भाषण देते हैं।
लगभग दो दर्जन देशों की यात्रा की।

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