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"यह पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत सामने आई नीतियों, पहलों और सामाजिक बदलावों के जटिल धागों को उजागर करना चाहती है। यह नए भारत में महिलाओं की उपलब्धियों, चुनौतियों और उभरती कहानी की जाँच करते हुए महिला सशक्तीकरण के बहुमुखी आयामों पर प्रकाश डालती है।
भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक छवि और विविध जनसांख्यिकीय परिदृश्य के साथ लंबे समय से लैंगिक समानता की जटिलताओं से जूझ रहा है। परंपरागत रूप से महिलाओं ने परिवार और सामुदायिक संरचनाओं में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है; फिर भी, प्रणालीगत चुनौतियों और गहरी जड़ें जमाने वाली रूढिय़ों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी पूर्ण भागीदारी में बाधा उत्पन्न की है।
यह पुस्तक भारत में महिलाओं पर मोदी के शासन के प्रभाव की व्यापक और सूक्ष्म खोज प्रदान करने के लिए बनाई गई है। प्रत्येक अध्याय महिला सशक्तीकरण के एक विशिष्ट पहलू के लिए समर्पित है, जो देश भर में नीतियों, केस स्टडीज और महिलाओं के जीवन के अनुभवों की विस्तृत जाँच पेश करता है। अध्याय एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए तैयार किए गए हैं, जो भारतीय संदर्भ में सफलता, चुनौतियों और महिला सशक्तीकरण के चल रहे विकास की कहानियों को एक साथ जोड़ते हैं।
यह पुस्तक केवल नीतियों का दस्तावेजीकरण नहीं है; यह एक जीवंत कथा है, जो किसी राष्ट्र की वर्तमान और भविष्य की आकांक्षाओं को बयाँ करती है। महिलाओं पर मोदी के प्रभाव को समझने की प्रासंगिकता राजनीतिक संबद्धताओं से परे है यह महिलाओं के अधिकारों, लैंगिक समानता और अधिक समावेशी एवं प्रगतिशील समाज की ओर सामूहिक यात्रा पर चर्चा को आकार देने के बारे में है।"
डॉ. ममता चंद्रशेखर एक शिक्षाविद्, लेखिका, विचारक, वक्ता, स्तोत्र साधक, शोधकर्ता व वर्तमान में राजनीति विज्ञान विभाग, श्री अटलबिहारी वाजपेयी शासकीय कला व वाणिज्य महाविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश की विभागाध्यक्ष व प्राध्यापक हैं। वे डी-लिट उपाधि से सम्मानित हैं।
रचना-संसार : 17 पुस्तकें, 200 से ज्यादा आलेख, शोधपत्र, कहानियाँ व कविताएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। तीन पुस्तकें जर्मन व फ्रेंच भाषाओं में अनुवादित।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पॉलिटिकल साइंस, केसेटसर्ट यूनिवर्सिटी, बैंकॉक और अंतरराष्ट्रीय फोरम ऑफ राजनीति विज्ञान, न्यूयॉर्क की एडीटोरियल सदस्य हैं। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, नई दिल्ली के रचनात्मक लेखन पुरस्कार व राष्ट्रीय अल्मा अवॉर्ड व रानी दुर्गावती अवॉर्ड से सम्मानित।